
Russia-Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को डोनेत्स्क के शहर मारियूपोल में सीजफायर किया था. इस दौरान ह्यूमन कॉरिडोर बनाया गया था. इसके जरिए वहां फंसे लोगों को निकाला गया. लेकिन रूस ने अब दावा किया है कि उसने रविवार को दूसरे दिन भी मारियूपोल में युद्धविराम किया. लेकिन यूक्रेन ने सीजफायर का उल्लंघन किया है. वहां से लोगों को निकालने की बजाय उन पर गोलीबारी की है.
बता दें कि मारियूपोल में फंसे लोगों को निकालने के लिए रूस ने रविवार को भी युद्धविराम किया. ये सीजफायर दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ. लेकिन कीव के सुरक्षा बलों ने उनकी मदद नहीं की. बल्कि उन पर गोलियां बरसाईं. इसके साथ ही यूक्रेनी बलों ने डोनबास में भी नागरिकों पर फायरिंग की है.
वहीं डोनेट्स्क ओब्लास्ट के गवर्नर पावलो किरिलेंको ने कहा कि एक अस्थायी युद्धविराम सुबह 10 बजे से रात 9 बजे (यूक्रेन के स्थानीय समय के अनुसार) तक रहेगा. उधर, रूस का दावा है कि यूक्रेनी सेना डोनबास में लोगों पर फायरिंग कर रही है. दरअसल, मारियूपोल औऱ डोनबास वही इलाके हैं जहां रूसी समर्थकों की आबादी बहुत ज्यादा है.
सीजफायर में दिया गया सेफ पैसेज
इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस ने ह्यूमन कॉरिडोर खोलने के कीव की रिक्वेस्ट का तुरंत जवाब दिया. साथ ही सेफ पैसेज के लिए युद्धविराम की घोषणा की. लेकिन यूक्रेनी बलों ने एक बार फिर लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया.
पुतिन ने बताई युद्ध की वजह
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि इस युद्ध का लक्ष्य उन लोगों की सुरक्षा करना था, जो 8 साल से यूक्रेन के नरसंहार को झेल रहे थे. उन्होंने कहा कि डोनबास में लोगों के खिलाफ किए जा रहे जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार युद्ध अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए यूक्रेन में विसैन्यीकरण करना जरूरी था.