
रूस की राजधानी मॉस्को में राष्ट्रपति भवन से मात्र सात किलोमीटर की दूरी पर एक हाई प्रोफाइल शख्स की हत्या से हर कोई हैरान था. रूस के न्यूक्लियर प्रोग्राम चीफ इगोर किरिलोव की हत्या ने पुतिन तक को हिलाकर रख दिया था. इस मामले में अब एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जिसने कई बड़े खुलासे किए हैं.
इगोर की हत्या में उज्बेकिस्तान के एक युवक को डिटेन किया गया है. इस शख्स ने कबूल किया है कि उसने ही इगोर की हत्या को अंजाम दिया था. इसके लिए उनसे स्कूटर में बम को प्लांट किया था और सही समय पर उसे डेटोनेट भी किया.
उज्बेकिस्तान के शख्स ने क्या-क्या खुलासे किए?
उज्बेकिस्तान के जिस शख्स को डिटेन किया गया है, उसने कबूल किया है कि उसने यूक्रेन की सीक्रेट सर्विस के इशारे पर इस हत्या को अंजाम दिया था.
इस घटना की जांच कर रही रूस की जांच समिति ने बयान जारी कर बताया कि संदिग्ध शख्स ने उन्हें बताया कि वह यूक्रेन की इंटेलिजेंस सर्विस के एक असाइनमेंट को पूरा करने के लिए मॉस्को आया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शख्स ने बताया कि वह रूस आया और उसने यहां एक इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदा और फिर उसमें विस्फोटक फिट कर दिया. इस स्कूटर को किरिलोव के अपार्टमेंट के बाहर पार्क कर दिया गया.
इस संदिग्ध की उम्र 29 साल बताई जा रही है. उसका कहना है कि जैसे ही किरिलोव अपने असिस्टेंट के साथ अपार्टमेंट से बाहर निकला उसने स्कूटर में लगे विस्फोटक को डिटोनेट कर दिया.
उसने बताया कि यूक्रेन ने उसे इस काम के बदले एक लाख डॉलर ऑफर किए थे और यूरोप के किसी देश में घर देने का वादा किया था.
संयुक्त राष्ट्र में इस मामले को उठाएगा रूस
रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा का कहना है कि रूस इगोर की हत्या के मामले को 20 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समक्ष उठाएगा. उन्होंने कहा कि यूक्रेन सरकार ने एक बार फिर एक नए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है. अमेरिका और ब्रिटेन के इशारे पर यूक्रेन सीक्रेट सर्विस के लोग काम करते हैं. यू्क्रेन के आतंकवाद से इन्हें सबसे ज्यादा फायदा है.
वहीं, अमेरिका ने साफ कर दिया है कि उन्हें इस हमले की कोई जानकारी नहीं थी. वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर के प्रवक्ता का कहना है कि इगोर किरिलोव यूक्रेन के लोगों की पीड़ा के लिए जिम्मेदार था. हालांकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सार्वजनिक तौर पर अब तक इस हत्या पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
कैसे हुआ था हादसा?
रूस के न्यूक्लियर प्रोग्राम के चीफ इगोर किरिलोव की इस हफ्ते की शुरुआत में मॉस्को के एक धमाके में मौत हो गई थी. यह धमाका राष्ट्रपति भवन से मात्र सात किलोमीटर की दूरी पर हुआ है. यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
दरअसल इगोर किरिलोव अपने अपार्टमेंट से बाहर निकल रहे थे कि तभी पास ही पार्क एक स्कूटर में ब्लास्ट हो गया था. इस घटना में इगोर किरिलोव के साथ-साथ उनके असिस्टेंट की भी मौत हो गई थी. धमाके के लिए 300 ग्राम टीएनटी का इस्तेमाल किया गया था.