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PAK पर रूस नहीं कर पा रहा भरोसा, सस्ते तेल पर रख दी ये शर्त

रूस और पाकिस्तान के बीच एक बड़ा तेल खरीद सौदा होने वाला है लेकिन रूस को संदेह है कि पाकिस्तान ऑयल डील को लेकर गंभीर नहीं है. रूस ने कहा है कि पाकिस्तान पहले कच्चे तेल का एक कार्गो निर्यात करे उसके बाद डील पर कोई बातचीत हो पाएगी. पाकिस्तान इस बात पर राजी हो गया है और अप्रैेल में उसे कच्चे तेल की एक कार्गो मिल जाएगी.

रूस ने ऑयल डील के लिए पाकिस्तान के सामने शर्त रख दी है (Photo- Reuters) रूस ने ऑयल डील के लिए पाकिस्तान के सामने शर्त रख दी है (Photo- Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 3:32 PM IST

ऊर्जा की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान को रूस कच्चा तेल देने पर राजी तो हो गया है लेकिन उसे शक है कि पाकिस्तान तेल समझौते को लेकर गंभीर नहीं है. विश्वास की इस कमी को पाटने के लिए रूस ने पाकिस्तान से कहा है कि वो पहले उससे कच्चे तेल का एक कार्गो आयात करे. बताया जा रहा है कि रूस का कच्चा तेल काफी भारी है और पाकिस्तान के पास इस तरह के कच्चे तेल को रिफाइन करने की तकनीक नहीं है. इसे लेकर दोनों देश इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि रूस पाकिस्तान को मिश्रित तेल निर्यात करेगा.

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पाकिस्तान के अखबार, द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान-रूस के बीच तेल समझौते को लेकर विश्वास की कमी है. रूस ने हाल ही में पाकिस्तान पर संदेह जताया है कि वो तेल समझौते को लेकर गंभीर नहीं है. दोनों देशों के बीच हुई हालिया बैठक में रूस ने पाकिस्तान से कहा कि वो टेस्ट के लिए पहले तेल की एक कार्गो आयात करे.

सूत्रों का कहना है कि रूस पाकिस्तान को मिश्रित कच्चा तेल देने पर राजी हो गया है. बताया जा रहा है कि इस साल के अप्रैल तक पाकिस्तान को रूसी कच्चे तेल की एक कार्गो मिल जाएगी. इससे दोनों देशों के बीच तेल को लेकर एक बड़े समझौते का मार्ग प्रशस्त हो गया है.

डॉलर की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान कैसे करेगा तेल का भुगतान

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पाकिस्तान में डॉलर की भारी किल्लत है जिसे देखते हुए उसे रूसी कच्चे तेल के भुगतान में भारी चुनौती होने वाली है. इससे पहले एक विदेशी कंपनी ने पाकिस्तान के रिफाइनरी को रूसी कच्चे तेल की खरीददारी की पेशकश की थी. लेकिन पाकिस्तानी बैंकों ने डॉलर की कमी को देखते हुए रूसी तेल के भुगतान से इनकार कर दिया था.

हालांकि, अब रूस डॉलर के बजाए तीन दूसरी मुद्राओं में तेल के पैसे लेने के लिए सहमत हो गया है. पाकिस्तान अब रूसी तेल का भुगतान रूसी रूबल, चीनी येन और संयुक्त अरब अमीरात के दिरहम में कर सकता है.

सूत्रों ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान और रूस के केंद्रीय बैंक इन तीन मुद्राओं में तेल आयात के लिए भुगतान तंत्र पर विचार कर रहे हैं.

रूसी तेल के आयात के लिए पाकिस्तान बना रहा नई कंपनी

सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने एक नई SPV (Special Purpose Vehicle) कंपनी बनाने की योजना बनाई है. ये कंपनी पाकिस्तानी रिफाइनरियों द्वारा रूसी कच्चे तेल के आयात की देखरेख करेगी. इस कंपनी पर पाकिस्तानी सरकार का अधिकार होगा.

रूसी तेल पर लगे प्राइस कैप के अधीन तेल खरीदने वाला था पाकिस्तान

यूक्रेन पर रूसी हमले को लेकर पश्चिमी देशों ने रूसी तेल पर प्राइस कैप लगा दिया है. दिसंबर की शुरुआत में पश्चिमी देशों ने तय किया था कि समुद्र के रास्ते से निर्यात किए जाने वाले रूसी तेल की कीमत 60 अरब डॉलर से अधिक नहीं होगी. पाकिस्तान इसी प्राइस कैप के अधीन रूस से तेल खरीदना चाहता था.

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अमेरिका पाकिस्तान के फैसले पर राजी भी था लेकिन रूस ने इससे इनकार कर दिया. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्राइस कैप के बाद घोषणा की थी कि वो उन देशों को रूसी तेल आयात नहीं करेंगे जो प्राइस कैप के अधीन तेल आयात करना चाहते हैं.

पाकिस्तानी अधिकारियों ने पहले कहा था कि पाकिस्तान रूस से 30 प्रतिशत रियायती दरों पर कच्चे तेल का आयात करेगा. हालांकि, रूस ने ऐसे किसी पाकिस्तान के इस दावे को खारिज कर दिया है.

सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तान और रूस ने अभी कच्चे तेल की कीमतों को अंतिम रूप नहीं दिया है. दोनों पक्षों के बीच कीमत को लेकर बातचीत जारी है और पाकिस्तान को उम्मीद है कि उसे रूस से तेल पर अच्छी-खासी छूट मिलेगी.

रूस ने पाकिस्तान को प्रति दिन 100,000 बैरल कच्चा तेल निर्यात करने की पेशकश की है. अगर दोनों देशों के बीच तेल खरीद को लेकर यह समझौता हो जाता है तो रूस सऊदी अरब के बाद पाकिस्तान को तेल निर्यात करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा. 

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