
भारत को अपना सच्चा साथी बताने वाला रूस अब पाकिस्तान के साथ रिश्तों को मजबूत करने में लगा है. हाल ही में उज्बेकिस्तान एससीओ मीटिंग में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात भी हुई, जहां दोनों देशों ने एक-दूसरे का साथ कारोबार बढ़ाने पर बात की. इस मीटिंग के बाद अब खबर आ रही है कि रूस पाकिस्तान को उधार पर तेल और गैस देगा.
रूस की इस मदद से आर्थिक संकटों से जूझ रहे पाकिस्तान को काफी राहत पहुंचेगी. इस समय बाढ़ ने भी पाकिस्तान की आर्थिक हालत पर चोट की हुई है, ऐसे में रूस की पाकिस्तान को तेल सप्लाई पर अमेरिका भी आपत्ति नहीं उठा रहा है.
जबकि भारत ने जब रूस से तेल लेना शुरू किया था तो अमेरिका ने इस मामले को लेकर कड़ी आपत्ति जताई थी, क्योंकि यूक्रेन से युद्ध को लेकर रूस पर अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने आर्थिक प्रतिबंध लगाए हुए हैं.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने 18 सितंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा करते हुए बताया था कि रूस ने अपने गैस पाइपलाइन इंफ्राटक्चर जो अभी तक सेंट्रल एशिया तक पहुंचा है, उसे अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान भेजने का प्रस्ताव दिया है.
पुतिन और शहबाज शरीफ में क्या हुई थी बात?
15 सितंबर को समरकंद में मुलाकात के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से कहा कि गैस सप्लाई के लिए मॉस्को से पाकिस्तान तक पाइपलाइन पहुंचाई जा सकती है. वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि डिफेंस, ऊर्जा, ट्रेड समेत सभी सेक्टरों को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान रूस के साथ मिलकर काम करेगा.
मीटिंग में पुतिन ने शहबाज शरीफ से कहा कि रूस साउथ ईस्ट एशिया और एशिया में पाकिस्तान को अपने प्राथमिक सहयोगी के रूप में देखता है. पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते सकरात्मकता के साथ आगे बढ़ रहे हैं और हमें इस बात की काफी खुशी है.
पुतिन ने कहा कि पाकिस्तान और रूस के कई क्षेत्रों में रिश्ते सकरात्मकता के साथ आगे बढ़ रहे हैं. इन सभी में सबसे ज्यादा खास रूस और पाकिस्तान के आर्थिक और कारोबारी संबंध हैं. वहीं पुतिन ने पाकिस्तान स्ट्रीम गैस पाइपलाइन प्रोजक्ट को लेकर कहा कि इस प्रोजक्ट का मकसद रूस से पाइपलाइन को पाकिस्तान पहुंचाना है.
वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पुतिन से कहा कि पाकिस्तान और रूस के हमेशा अद्भुत संबंध रहे हैं और खास बात है कि यह संबंध दोनों देशों ने खुद स्थापित किए हैं और इन्हें किसी भी सपोर्ट की जरूरत नहीं है.
शहबाज शरीफ ने पुतिन से कहा कि रूस के साथ पाकिस्तान पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ रिश्ते बनाना चाहता है, क्योंकि रूस एक सुपर पावर है. शहबाज शरीफ ने कहा कि दोनों देशों को संबंधों को और मजबूत करने की जरूरत है.
भारत को तेल सप्लाई कर रहा है रूस
यूक्रेन से युद्ध छेड़ने वाले रूस को अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने प्रतिबंधित किया हुआ है. ऐसे में भारत पर भी यह नियम लागू होता था कि वह रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि भारत और रूस ने एक दूसरे को तेल बेचने पर डील फाइनल कर ली. भारत के इस फैसले पर अमेरिका की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया भी देखने को मिली, लेकिन भारत ने इसकी कोई फिक्र नहीं की और रूस से तेल की सप्लाई जारी रखी.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत को अच्छी तरह से पता है कि उसे किसके साथ कारोबार करने से भारतीयों को फायदा होगा. विदेश मंत्री ने साफ कह दिया था कि जहां भारतीयों को फायदा होगा, भारत के लिए वही सबसे बेहतर डील होगी.