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जेलेंस्की से तनातनी के बीच ट्रंप को पुतिन से मिला बड़ा ऑफर! करीब आ रहे रूस-अमेरिका?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच काफी समय से तनातनी चल रही है. ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका यूक्रेन को मुफ्त में कुछ भी नहीं देगा बल्कि मदद के बदले में यूक्रेन को बराबर का रेयर अर्थ मेटल देना होगा. इसी बीच रूस ने अमेरिका को एक बड़ा ऑफर दिया है.

रूस ने अमेरिका को रेयर अर्थ्स का ऑफर दिया है (Photo- Reuters) रूस ने अमेरिका को रेयर अर्थ्स का ऑफर दिया है (Photo- Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:18 AM IST

यूक्रेन से तनातनी के बीच रूस ने अमेरिका को एक बड़ा ऑफर दिया है. रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन की तरफ से मंगलवार को कहा गया कि रूस के पास बहुत सारे रेयर अर्थ मेटल्स यानी दुर्लभ मृदा खनिजों का भंडार है और अगर अमेरिका चाहे तो रूस रेयर अर्थ मेटल्स के लिए उसके साथ समझौता करने को तैयार है.

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि 'रूस के पास अपने धातु भंडार को लेकर अलग प्लान हैं लेकिन अगर राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाई जाएगी तो रूस अमेरिका के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है.'

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इससे पहले सोमवार को रूस की सरकारी टीवी से बात करते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि रूस आने वाले समय में रूस-अमेरिका आर्थिक समझौते के तहत अमेरिकी भागीदारों के साथ अलग-अलग प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए तैयार है.

जवाब में ट्रंप क्या बोले?

रूस के इस ऑफर पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने रूस के साथ रेयर अर्थ्स पर समझौता करने में रुचि दिखाई.

ट्रंप ने कहा, 'मैं रूस से खनिज खरीदना चाहूंगा... अगर हम ऐसा कर सकते हैं तो... उनके पास रेयर अर्थ्स का अच्छा भंडार है... तेल और गैस का भी. यह अच्छी बात है. यह रूस के लिए भी अच्छी बात है क्योंकि इस पर हम समझौते कर सकते हैं. उनके पास मूल्यवान जमीन है जिसका इस्तेमाल नहीं हुआ है तो हम उसका इस्तेमाल कर सकते हैं.' 

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अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, चीन, ब्राजील, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बाद रूस के पास दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा रेयर अर्थ मेटल्स का भंडार है.

मदद के बदले में यूक्रेन से रेयर अर्थ मेटल्स की मांग कर रहे हैं ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी महीने की शुरुआत में कहा था कि यूक्रेन अगर अमेरिकी मदद जारी रखना चाहता है तो उसे रेयर अर्थ मेटल्स देने होंगे. ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका लगभग 300 अरब डॉलर की मदद के बदले में यूक्रेन से बराबरी की मदद चाहता है.

व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा था, 'हम यूक्रेन को बता रहे हैं कि उनके पास बहुत कीमती दुर्लभ खनिज हैं. हम यूक्रेन के साथ एक ऐसा समझौता करना चाहते हैं, जिसमें हमारी मदद के बदले वो हमें अपनी दुर्लभ खनिज और बाकी चीजें दे.'

रणनीतिक रूप से बेहद अहम हैं रेयर अर्थ मेटल्स

दुर्लभ मृदा खनिज जिन्हें रेयर अर्थ्स भी कहा जाता है, 17 धातुओं का एक समूह है जिनका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों, सेलफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स में किया जाता है. इन्हें दुर्लभ मृदा खनिज कहा जाता है क्योंकि ये धरती की अंदरूनी परत यानी क्रस्ट में पाए जाते हैं. ये खनिज दुनिया के कुछ ही जगहों पर मिलते हैं और इनका उत्पादन काफी जटिल होता है.

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अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने 50 खनिजों को महत्वपूर्ण माना है, जो देश की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं. इनमें कई प्रकार के दुर्लभ मृदा, निकेल और लिथियम शामिल हैं.

यूक्रेन में यूरेनियम, लिथियम और टाइटेनियम के विशाल भंडार हैं. अमेरिका के पास केवल एक ही दुर्लभ मृदा खदान है. यह काम तो करता है लेकिन इसकी प्रसंस्करण क्षमता बहुत कम है.

चीन दुनिया का सबसे बड़ा दुर्लभ मृदा और कई अन्य महत्वपूर्ण खनिजों का उत्पादक है. अमेरिका अपनी दुर्लभ मृदा खनिज की जरूरतों के लिए चीन पर ही निर्भर है. लेकिन चीन से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच अमेरिका चीन से अपनी निर्भरता घटाना चाहता है. चीन ने अमेरिका को इन खनिजों के निर्यात पर कई प्रतिबंध भी लगा रखे हैं. इसे देखते हुए अमेरिका रेयर अर्थ मैटेरियल्स के नए स्रोत ढूंढ रहा है. इसी बीच रूस ने अमेरिका को रेयर अर्थ्स का ऑफर दिया है.

यूक्रेन से तनातनी के बीच क्या करीब आ रहे अमेरिका और रूस?

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी मुहिम में कहा था कि पद ग्रहण करते ही वो रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करा देंगे. सत्ता में आने के बाद ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन संकट के समाधान के लिए 100 दिनों का अल्टीमेटम रखा था. इस बीच ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच भारी तनानती देखने को मिल रही है. 

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ट्रंप और जेलेंस्की के बीच हाल के दिनों में तब तनाव बढ़ा जब अमेरिका ने यूक्रेन पर युद्ध शुरू करने का आरोप लगा दिया. ट्रंप ने हालांकि, बाद में स्वीकार किया कि रूस ने पहले आक्रमण किया था लेकिन पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की पर युद्ध जल्द न खत्म करने का दोष मढ़ दिया.
हाल ही में ट्रंप ने यूक्रेन में चुनाव न कराने को लेकर जेलेंस्की को तानाशाह कह दिया है.

जेलेंस्की के साथ बढ़ते तनाव के बीच ट्रंप के रिश्ते रूस के साथ सुधर रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही रूस-यूक्रेन शांति समझौते के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधि सऊदी अरब में मिले थे. कहा जा रहा है कि जल्द ही ट्रंप राष्ट्रपति पुतिन से मिल सकते हैं.

पहले अमेरिका जहां युद्ध के लिए अक्सर रूस की निंदा करता था, अब युद्ध पर उसका रुख पूरी तरह बदल गया है. संयुक्त राष्ट्र में युद्ध को लेकर रूस के खिलाफ लाए गए दो प्रस्तावों पर अमेरिका ने रूस के पक्ष में मतदान किया है. सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव लाया गया था जिसमें रूस को यूक्रेनी क्षेत्र से तत्काल हटाने की बात कही गई थी. अमेरिका ने इस प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया जो दिखाता है कि युद्ध को लेकर अमेरिका का रुख पूरी तरह से बदल गया है.

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