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Russia-Ukraine War: '..तो करेंगे परमाणु हथियार इस्तेमाल', रूस की दुनिया को डराने वाली धमकी

Russia Ukraine War: यूक्रेन से जंग के बीच रूस ने फिर परमाणु हथियारों का जिक्र किया है. कहा गया है कि रूस के सामने अस्तित्व का खतरा खड़ा होता है तो न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है.

रूस-यूक्रेन जंग के 27 दिन बीत चुके हैं रूस-यूक्रेन जंग के 27 दिन बीत चुके हैं
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 9:06 AM IST
  • रूस-यूक्रेन जंग के 27 दिन बीत चुके हैं
  • अबतक रूस कीव पर कब्जा नहीं कर पाया है

Russia Ukraine War: यूक्रेन से जंग के बीच रूस ने बड़ी धमकी दी है. कहा गया है कि अगर रूस के सामने 'अस्तित्व का खतरा' खड़ा होगा तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा. यह बात क्रेमलिन के प्रवक्ता Dmitry Peskov ने कही है.  बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध के 27 दिन बीत चुके हैं लेकिन अबतक स्थिति कुछ साफ नहीं हुई है. रूस यूक्रेन के अलग-अलग शहरों पर हवाई हमले तो कर रहा है, लेकिन अभी यूक्रेन उसके आगे झुकने को तैयार नहीं है.

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जंग के बीच रूस ने चेर्नोबिल की एक नई लैब को तबाह कर दिया है. यह नई लैब चेर्नोबिल न्यूक्लिर पावर प्लांट की थी. रेडियोएक्टिव वेस्ट के प्रबंधन पर नजर रखने के लिए इस लैब को बनाया गया था. इस लैब को 2015 में यूरोपियन कमीशन की मदद से बनाया गया था. बता दें कि जंग की शुरुआत के साथ ही रूस ने इस लैब पर कब्जा कर लिया था.

हालांकि, युद्ध में रूस को लगातार झटके झेलने पड़ रहे हैं. मंगलवार को खबर आई थी कि यूक्रेन की राजधानी कीव के पास के कुछ अहम इलाकों को यूक्रेनी सेना ने रूसी सैनिकों से वापस छीन लिया है. इनपर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया था.

यूक्रेन का दावा- मार गिराये रूस के 15 हजार से ज्यादा जवान

जंग में यूक्रेन रूस को कड़ी टक्कर दे रहा है. उसका दावा है कि अबतक जंग में उसने रूस के 15 हजार से ज्यादा जवानों को मार गिराया है. कहा गया है कि 26 दिनों में रूस को जितना नुकसान पहुंचाया गया है वह 10 साल अफगान में जंग लड़ने पर सोवियत संघ को हुए नुकसान से भी ज्यादा है.

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यूक्रेन-रूस जंग को खत्म करने के लिए भारत की तरफ से भी कोशिशें जारी हैं. मंगलवार को PM नरेंद्र मोदी और यूके के पीएम बोरिस जॉनसन ने फोन पर यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की. PM मोदी ने शत्रुता को समाप्त करने, बातचीत और कूटनीति की वापसी के लिए भारत की लगातार अपील को दोहराया. अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता के संबंध में भारत के विश्वास पर जोर दिया.

 

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