
रूस और यूक्रेन के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ है. तमाम प्रयासों के बावजूद भी युद्ध का खतरा कम नहीं हुआ है और तीसरे विश्वयुद्ध की सुगबुगाहट तेज हो गई है. रूस की कथनी और करनी में भी ऐसा अंतर देखने को मिला है जिस वजह से पूरी दुनिया अभी भी परेशान है. इनपुट मिल रहे हैं कि रूस ने यूक्रेन बॉर्डर पर सेना बढ़ा दी है. दावे वापसी के थे लेकिन जमीन पर स्थिति अलग दिखाई पड़ रही है. जानिए रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनातनी के बड़े अपडेट-
1. रूस ने यूक्रेन बॉर्डर पर सात हजार और सैनिक तैनात कर दिए हैं. ये दावा अमेरिकी रक्षा सचिव एंटनी ब्लिंकेन की तरफ से किया गया है. उन्होंने बताया है कि रूस ने सैनिकों की वापसी की बात जरूर की है, लेकिन वे उल्टा बॉर्डर की ओर जाते दिख रहे हैं. अभी तक पुलबैक की कोई संभावना नहीं दिखाई दे रही. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी कहा है कि अगले कुछ दिनों में रूस, यूक्रेन पर हमला कर सकता है. इसकी संभावना काफी ज्यादा है.
2. अमेरिकी स्पेस फर्म Maxar Technologies की ओर से मिली सैटेलाइट तस्वीरों ने भी साफ कर दिया है कि रूस अभी शांत बैठने के मूड में नहीं है. जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें देखा जा सकता है कि रूस एक अस्थाई पुल का निर्माण कर रहा है, लड़ाकू हेलीकॉप्टर दिख रहे हैं और ब्रेस्टस्काई ट्रेनिंग एरिया में बख्तरबंद गाड़ियां और तोपखाने रखे हैं.
3. युद्ध के खतरे के बीच यूक्रेन ने रूस पर बड़ा आरोप लगाया है. कहा गया है कि पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिक ने गोलीबारी की है. वहां पर गोले दागे गए हैं. अभी तक इस हमले की पुष्टि नहीं की गई है लेकिन यूक्रेन इसे रूस का आक्रमण बता रहा है. यूक्रेन की ओर से कहा गया कि विद्रोहियों ने किंडरगार्टन पर हमला किया.
4. इस समय यूक्रेन में कम से कम 18 हजार भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. ये सभी छात्र अब देश वापस आना चाहते हैं. लेकिन क्योंकि अभी तक कोरोना की वजह से अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटों पर प्रतिबंध लगा था, लिहाजा इन सभी का वापस आना मुश्किल था. लेकिन नागरिक विमानन मंत्रालय ने एक अहम फैसला लेते हुए भारत और यूक्रेन की बीच उड़ानों पर लगी पाबंदी को हटा दिया है. अब भारत और यूक्रेन के बीच कितनी भी उड़ानें उड़ सकती हैं.
5. अभी इस समय क्योंकि युद्ध का खतरा बरकरार है, ऐसे में सभी देशों से एक स्टैंड लेने की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में भारत को लेकर अमेरिका ने बड़ा बयान दिया है. अमेरिका की माने तो रूस-यूक्रेन के बीच अगर जंग छिड़ी तो भारत अमेरिका के स्टैंड के साथ रहेगा. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि बैठक में शामिल देशों के बीच मजबूत सहमति बनी कि यूक्रेन संकट के एक राजनयिक और शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता है.
6. इस पूरे विवाद पर UNSC में भारत ने शांति बनाए रखने की अपील की है. कहा गया है कि जिन भी कदमों से शांति भंग हो सकती है, वो करने से बचना चाहिए. जोर देकर कहा गया कि यूक्रेन में रह रहे भारतीय देश के लिए पहली प्राथमिकता हैं.
7. अभी इस समय रूस की तनानती जरूर यूक्रेन संग है, लेकिन उसकी टक्कर अमेरिका संग ज्यादा दिखाई दे रही है. इसी वजह से मास्को ने बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिका के नंबर दो डिप्लोमैट को मॉस्को एम्बेसी से निष्कासित कर दिया है. उन्हें देश छोड़ने का फरमान सुना दिया गया है. इस फैसले से रिश्तों में तनाव और ज्यादा बढ़ गया है.