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यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए C-17 और IL-76 विमान भी तैनात, IAF ने कसी कमर

रूस-यूक्रेन की वर्तमान स्थिति की बात करें तो तनाव चरम पर चल रहा है. रूसी सेना अब यूक्रेन की राजधानी के बेहद करीब आ गई है. इस बढ़ते खतरे को देखते हुए दोनों ही देशों ने अब बातचीत की टेबल पर आने की बात कही है.

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है. यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है.
मंजीत नेगी
  • नई दिल्ली,
  • 25 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 8:32 PM IST
  • यूक्रेन संकट के बीच भारतीयों को लाने की कवायद
  • एयर फ़ोर्स ने अपने दो विमान स्टैंडबाय पर रखे

यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी अब शुरू कर दी गई है. रोमानिया के रास्ते से इन सभी को देश वापस लाया जाएगा. एक तस्वीर भी सामने आ गई है कि जहां पर 25 से 30 भारतीय छात्र वतन वापसी पर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं. वैसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी की तैयारी कल ही शुरू कर दी गई थी जब विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि पोलैंड और हंगरी के रास्ते से सभी को बाहर निकाला जाएगा.

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इसी कड़ी में IAF के प्रवक्ता विंग कमांडर आशीष मोघे ने इंडिया टुडे से ख़ास बातचीत की है. उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना ने यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने के लिए अपने C-17 और IL-76 विमानों को स्टैंडबाय पर रखा है. उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना, यूक्रेन से हमारे नागरिकों को सुरक्षित निकाल कर लाने के लिए तैयार है.

अमेरिकी सी-17 ग्लोबमास्टर्स और आईएल-76 परिवहन विमान लगभग 400 यात्रियों के साथ लंबी दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम हैं. सी-17 परिवहन विमान ने काबुल से नागरिकों और अधिकारियों को निकालने में बड़ी मदद की थी जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया और अमेरिकी लोगों को वहां से बाहर निकलने के लिए मजबूर किया. 

यूक्रेन में फंसे हैं तकरीबन 20 हजार भारतीय

जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन में अभी 20 हजार के करीब भारतीय फंसे हुए हैं. जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों का आंकड़ा है जो वहां पर पढ़ने गए थे. इसी बीच कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं जहां पर मेडिकल के छात्र बंकरों में छिपने को मजबूर हैं. इसी वजह से अब भारत सरकार की तरफ से रेस्क्यू मिशन को तेज किया जा रहा है. 

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बीते दिन गुरुवार को पीएम मोदी ने भी पुतिन से फोन पर बातचीत के दौरान ये मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा था कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा उनकी सरकार के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है. अब उस बातचीत के बाद शुक्रवार को रेस्क्यू का काम शुरू कर दिया गया है. छात्रों की पहली खेप रवाना कर दी गई है. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस मिशन में और ज्यादा तेजी आने वाली है. विदेश मंत्रालय ने भी आश्वासन दिया है कि सभी फंसे भारतीयों की सफल वतन वापसी करवाई जाएगी.

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