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Russia-Ukraine War: Mariupol के स्टील प्लांट में छिपे एक हजार लोग, दावा- रूस दाग रहा ताबड़तोड़ मिसाइल

Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद सबसे ज्यादा चौंकाने वाले मामले मारियुपोल शहर से सामने आए हैं. ताजा मामला भी वहीं से सामने आया है. यूक्रेन का दावा है कि शहर के नजदीक स्टील प्लांट में 1 हजार से ज्यादा लोगों ने शरण ले रखी है और रूस आसापस बमबारी कर रहा है.

यूक्रेन के शहर लवीव में रूसी एयरस्ट्राइक के बाद मलबा हटाते कर्मचारी. यूक्रेन के शहर लवीव में रूसी एयरस्ट्राइक के बाद मलबा हटाते कर्मचारी.
aajtak.in
  • कीव,
  • 19 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 10:37 AM IST
  • स्टील प्लांट में छिपे लोगों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं
  • रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को 50 दिन ज्यादा हुए

Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग को 50 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र सहित दुनिया की तमाम बड़ी संस्थाओं के हस्तक्षेप के बावजूद यह युद्ध थमता नहीं दिख रहा है. दक्षिणपूर्वी यूक्रेन के बेहद महत्वपूर्ण शहर मरियुपोल के अजोवस्टल स्टील प्लांट में 1 हजार से ज्यादा लोगों के छिपे होने की जानकारी सामने आ रही है. 

मारियुपोल शहर के नगर परिषद ने सोशल मीडिया (Telegram) के जरिए यह जानकारी दी. सोशल मीडिया में की गई पोस्ट में दावा किया गया है कि प्लांट के आसपास रूस के हमले लगातार जारी हैं. मारियुपोल के नगर परिषद के मुताबिक प्लांट में शरण लेने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. बता दें कि जंग शुरू होने से लेकर अब तक 

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मारियुपोल में हालात सबसे ज्यादा खराब

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (UN World Food Program) के चीफ ने कहा था कि रूसी सैनिकों से घिरे यूक्रेन के मारियुपोल शहर में लोगों की भूख से मौत हो रही है. उन्होंने आशंका जताई थी कि आने वाले हफ्तों में रूस अपने हमले और तेज कर सकता है, जिससे यूक्रेन के कई दूसरे इलाकों में भी ऐसी स्थिति देखने मिल सकती है. 

आसपास के देश भी हो सकते हैं अस्थिर

WFP के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डेविड बेस्ली ने 15 अप्रैल को यूक्रेन की राजधानी कीव में चेतावनी दी थी कि अनाज निर्यात करने वाले यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के चलते आसपास के देश भी अस्थिर हो सकते हैं और बेहतर जीवन की तलाश करने वाले शरणार्थियों की संख्या भी बढ़ सकती है. बेस्ली ने कहा था कि 24 फरवरी को शुरू हुआ युद्ध यूक्रेन में लोगों को तबाह कर रहा है. 

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जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने में कमी रह गई

बेस्ली ने माना कि संघर्ष के बीच WFP और अन्य सहायता संगठन जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन इसमें कमी रह गई. उन्होंने कहा कि फिलहाल भी ये आसान नहीं दिख रहा. उन्होंने कहा कि यूक्रेन की राजधानी कीव और आसपास के इलाकों सहित खासकर पूर्वी यूक्रेन में युद्ध के बीच यूक्रेनियन तक पहुंचना कठिन हो गया है. बेस्ली ने कहा था कि यूक्रेन के जिन इलाकों में फिलहाल गंभीर स्थिति नहीं है, उन क्षेत्रों में WFP अब खाद्य आपूर्ति करने की कोशिश कर रहा है.

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