
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच 17 दिन से जंग जारी है. इस युद्ध से आर्थिक नुकसान के साथ ही जनहानि हो रही है. इतना ही नहीं अब कोविड का खतरा भी मंडराने लगा है. क्योंकि जंग के बीच यूक्रेन से बड़े पैमाने पर लोगों का पलायन हो रहा है. यही नहीं यूरोप समेत कई दूसरे देशों में लोग एक से दूसरे देश में जा रहे हैं. इससे कोविड संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. क्योंकि इन लोगों को जिन हालातों में निकाला जा रहा है, ऐसे में कोविड परीक्षण करना संभव नहीं है. ऐसे में एक बार फिर से कोविड महामारी का खतरा मंडराने लगा है.
बता दें कि WHO ने बीते दिन यानी शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन-रूस जंग की वजह से कोविड-19 का संकट भी बढ़ रहा है. WHO की ओर से कहा गया है कि रेस्क्यू के दौरान लोगों की आवाजाही बढ़ गई है. इसके साथ ही इन दोनों देशों में वैक्सीनेशन, इलाज और कोविड जांच में रुकावट पैदा हो रही है.
बता दें कि WHO की ओर से जारी की गई चेतावनी से पहले नाइजीरिया ने भी इस ओर इशारा किया था. नाइजीरियन स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया था कि हमने यूक्रेन से जिन लोगों को निकाला है उसमें 60 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके चलते अब नाइजीरिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 118 जा पहुंचा है.
अमेरिका में कोविड का संकट
इसके अलावा अमेरिका के पेन्सिलवेनिया में शोधकर्ताओं ने 93 मृत हिरणों की मौत के बाद जांच कराई. इसमें पाया गया कि उनमें से हर पांचवें हिरण में कोरोना संक्रमण पाया गया था. इसके बाद अब इस बारे में जांच की जा रही है कि हिरण की जिस कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हुई है, वह इंसानों के लिए कितना खतरनाक है.
चौथी लहर का बढ़ रहा है खतरा
गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. हालांकि भारत में कोरोना की तीसरी लहर लगभग खत्म हो गई है. लेकिन दुनियाभर में बढ़ रहे केसों के चलते चौथी लहर की आशंका बढ़ती जा रही है. वायरोलॉजिस्ट डॉ. टी जैकब जॉन का कहना है कि भारत में चौथी लहर नहीं आएगी. वायरोलॉजिस्ट ने कहा कि अगर कोरोना का कोई नया वैरिएंट नहीं आता है तो भारत में चौथी लहर नहीं आएगी.