रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग अब और तेज होती जा रही है. हर बीतते दिन के साथ वहां पर स्थिति बद से बदतर की ओर जाती दिख रही है. बातचीत जारी है लेकिन जमीन पर ज्यादा फर्क नहीं दिख रहा. कई इलाकों में रूस की भारी बमबारी की वजह से बड़ा नुकसान हो चुका है. दावा किया जा रहा है कि बूचा में रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी नागरिकों को बेरहमी से मार डाला. इसी को लेकर मंगलवार शाम यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में जमकर गरजे. युद्ध से जुड़ी हर खबर Aajtak.in पर जानिए...
रूस के हमलों में यूक्रेन तहस नहस हो चुका है. लाखों लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं. वहीं, लाखों लोगों को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है. इसी बीच मंगलवार को यूक्रेन के ओलेनिव्का से आई तस्वीरें देखकर यूक्रेन की तबाही का मंजर दिखाने के लिए काफी हैं. इन तस्वीरों में विस्थापित यूक्रेनी लोग भोजन इकट्ठा करते और अपने घरों को दोबारा बनाते नजर आ रहे हैं.
यूएनएससी में रूसी संघ के प्रतिनिधि ने सवाल उठाते हुए कहा, हमने 3 और 4 अप्रैल को आपात बैठक का अनुरोध किया लेकिन आपने उन्हें मना कर दिया... यह एक अपमानजनक स्थिति है. मैं पूछना चाहता हूं कि किस आधार पर आपको लगता है कि आप इस तरह के अपमानजनक तरीके से कार्य कर सकते हैं? हम स्पष्टीकरण की मांग करते हैं. रूस की ओर से आगे कहा गया कि क्या आप नहीं जानते कि अगर आप हमारे प्रस्ताव से सहमत नहीं हैं, तो आपको एक बैठक बुलानी चाहिए थी. अपनी अध्यक्षता के दौरान हमने यूक्रेन पर हुई 6 बैठकों में से किसी के भी आयोजन से एक बार भी इनकार नहीं किया.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बाहर कर देने की मांग की. जेलेंस्की ने कहा कि रूस को उसके अपराधों के लिए जवाबदेह जरूर ठहराया जाना चाहिए.
यूएनएससी में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा, हमारे नागरिकों को टैंकों से कुचल दिया गया, महिलाओं का उनके बच्चों के सामने बलात्कार किया और मार डाला गया. बुचा में रूसी सेना ने जो किया वह हद दर्जे की क्रूरता है. संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सचमुच उल्लंघन किया गया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में कहा कि रूसी सेना और उसे आदेश देने वालों को यूक्रेन में उनके अपराधों के लिए न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए. मैं एक वैश्विक सम्मेलन बुलाने का प्रस्ताव रखता हूं.
यूक्रेन पर चर्चा के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया, 23000 से अधिक भारतीय नागरिकों को हम वापस लाए हैं. साथ ही दूसरे 18 देशों के 150 नागरिकों को भी निकाला गया. यह हाल के इतिहास में दुनिया के किसी भी देश द्वारा रेस्क्यू का सबसे बड़ा अभियान रहा है. इसके लिए मैं सभी एयरलाइंस को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए विमानों को रेगुलर रूट हटाकर चलाया और ज्यादा से ज्यादा चालक दल को इस काम में लगाया.
संयुक्त राष्ट्र ने दावा किया है कि रूस के हमले के बाद से अब तक यूक्रेन से एक करोड़ 10 लाख से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं. इसके अलावा इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने बताया कि 1 अप्रैल तक यूक्रेन के भीतर 71 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए हैं.
रूसी संचार नियामक रोसकोम्नाडजोर ने मंगलवार को कहा कि वह चाहता है कि विकिपीडिया (Wikipedia) यूक्रेन की स्थिति को लेकर गलत जानकारी वाले कॉन्टेंट को हटा दे. रूसी मीडिया वॉचडॉग ने विकिपीडिया पर यूक्रेन में अपने "विशेष अभियान" और रूस की सेना की कार्रवाइयों के बारे में गलत जानकारी देने का आरोप लगाया.
केंद्र सरकार में कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने रूस-यूक्रेन युद्ध मामले में बहस के दौरान कहा कि हमने मोदी के नेतृत्व में अपने क्षेत्र का एक इंच भी हिस्सा नहीं गंवाया है. मैं अरुणाचल प्रदेश से आता हूं और कुछ टेलीविजन मीडिया ने शरारतपूर्ण तरीके से पुराने डेटा का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए किया कि चीन ने बॉर्डर से बाहर कदम बढ़ाए हैं जबकि हमारी सीमा सुरक्षित है.
फ्रांस ने यूक्रेन में 'युद्ध अपराधों' की 3 नई जांच शुरू कर दी हैं. इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी यूक्रेन के शहर बूचा पर रूस के हमले को बर्दाश्त के बाहर बताया. बूचा में सैकड़ों लाशें मिलने के बाद फ्रांस ने रूस के राजनयिकों को देश से बाहर करने का फैसला लिया है.
यूक्रेन के उप प्रधानमंत्री इरिना वीरेशचुक (Iryna Vereshchuk) ने कहा कि मंगलवार को सात मानवीय गलियारे खोले जाएंगे, जिसमें घेराबंदी वाली पोर्ट सिटी मारियोपोल और रूस नियंत्रित बर्दियांस्क (Berdyansk) शामिल है. टेलीग्राम पर वीरेशचुक की पोस्ट के अनुसार, मारियोपोल और बर्दियांस्क के निवासी अपने खुद के वाहनों से जपोरिजिया जा सकेंगे.
जंग के बीच काफी लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है. अब जानकारी मिली है कि 2.5 मिलियन (25 लाख) यूक्रेनी लोग पोलैंड पहुंच गए हैं.
पेंटागन के प्रवक्ता John Kirby ने कहा है कि रूसी सैनिक ना तो पीछे हट रहे हैं और ना घर लौट रहे हैं. वह बोले, 'ये लोग घर नहीं लौट रहे हैं. वह कीव से लौटाए गए हैं लेकिन घर नहीं भेजे गए हैं.' इस बीच Cherkasy, Chernivtsi, Dnipropetrovsk, Donetsk, Ivano-Frankivsk, Kharkiv, Khmelnytsky, Kirovohrad, Lviv, Mykolaiv, Odesa, Poltava, Rivne, Sumy, Ternopil, Vinnytsia, Volyn, Zakarpattya, Zaporizhzhia, Zhytomyr oblasts और Kyiv सभी जगह चेतावनी वाले सायरन बज रहे हैं क्योंकि रूस के हवाई हमले जारी हैं.
रूस के खिलाफ पाबंदियों का दौर बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलिया ने ऐलान कर दिया है कि वो लैदर, गहने, वाइन जैसे सामान के निर्यात पर रोक लगाने जा रहा है. दूसरी महंगी वस्तुओं के निर्यात पर भी रोक लगाने पर विचार किया जा रहा है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करेंगे. आज युद्ध का 41वां दिन है.
Borodyanka में मौजूद एनिमल शेल्टर में 355 कुत्तों की मौत हो गई है. अब इन कुत्तों की मौत की वजह कोई मिसाइल या बम नहीं है बल्कि खाने और पानी की कमी है.
यूक्रेन के Mykolaiv इलाके में रूसी सेना की तरफ से भारी बमबारी की गई है. यूक्रेन के मुताबिक इस हमले में अभी तक 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 46 घायल हैं. वहां की मेयर की माने तो रूस ने अस्पताल पर हमला किया, रिहायशी इमारतों को निशाना बनाया और अनाथ आश्रम पर भी बम बरसाए.