
यूक्रेन-रूस में चल रही जंग से हालात तनावपूर्ण है. इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए भारत सरकार ने नई एडवाइजरी जारी की है. नई एडवाजरी के मुताबिक, वहां फंसे लोगों को बॉर्डर एरिया में ना जाने की सख्त हिदायत दी गई है.
MEA की ओर से ट्वीट करके कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे बॉर्डर पोस्ट पर भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना न जाएं.
गौरतलब है कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी अब शुरू हो गई है. रोमानिया के रास्ते से इन सभी को देश वापस लाया जा रहा है. वैसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी की तैयारी गुरुवार ही शुरू कर दी गई थी जब विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि पोलैंड और हंगरी के रास्ते से सभी को बाहर निकाला जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन में अभी 20 हजार के करीब भारतीय फंसे हुए हैं. जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों का आंकड़ा है जो वहां पर पढ़ने गए थे. इसी बीच कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं जहां पर मेडिकल के छात्र बंकरों में छिपने को मजबूर हैं. इसी वजह से अब भारत सरकार की तरफ से रेस्क्यू मिशन को तेज किया जा जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुतिन से फोन पर बातचीत के दौरान ये मुद्दा उठाया था.
वर्चस्व स्थापित करना चाहता है रूस
यूक्रेन पर रूस के हमले ने पड़ोसी देशों को भी डरा दिया है. पड़ोस के देश रोमानिया, पोलैंड, लातविया, एस्टोनिया सब अलर्ट पर हैं. इन देशों में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है और सेना किसी भी हमले का सामना करने के लिए तैयार रखी गई है. ये वे देश हैं जो नाटो के मेंबर बन चुके हैं और रूस की आंखों में लगातार खटकते रहे हैं. रूस नाटो देशों के खिलाफ खड़ा होकर सोवियत संघ के पुराने प्रभाव वाले इलाकों में फिर वर्चस्व स्थापित करना चाहता है.