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Russia-Ukraine War: बाइडेन की चेतावनी- अगर NATO देशों की रूस संग जंग हुई तो तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो जाएगा

संकेत है कि यूएस और उसके सहयोगी देश रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के लिए अपने वित्तीय भार का उपयोग करना जारी रखेंगे. अन्य उपायों में केंद्रीय बैंक की संपत्ति को फ्रीज करना, निर्यात, रूस के धनी लोगों और उनके परिवारों के खिलाफ प्रतिबंध शामिल हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन. -फाइल फोटो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन. -फाइल फोटो
aajtak.in
  • वाशिंगटन,
  • 11 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 11:47 PM IST
  • अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76 प्रतिशत गिरा रूबल
  • क्यूबा और उत्तर कोरिया के रैंक में शामिल हो जाएगा रूस

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अगर रूस रासायनिक हथियारों का उपयोग करता है तो इसके लिए रूस को गंभीर कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेन में रूस से नहीं लड़ेगा. साथ ही कहा कि नाटो और क्रेमलिन के बीच सीधा टकराव तीसरे विश्व युद्ध को गति देगा. साथ ही बाइडेन ने कहा कि 
रूस कभी भी यूक्रेन में जीत हासिल नहीं कर पाएगा.

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बता दें कि 24 फरवरी को रूसी सेना ने यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया था. 27 फरवरी को मास्को ने यूक्रेन के अलग-अलग क्षेत्रों डोनेट्स्क और लुहान्स्क को स्वतंत्र संस्थाओं के रूप में मान्यता दे दी थी.

शुक्रवार को व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बाइडेन ने कहा कि हम यूरोप में अपने सहयोगियों के साथ खड़े रहना जारी रखेंगे. हम पूरी ताकत के साथ नाटो क्षेत्र के हर एक इंच की रक्षा करेंगे और नाटो के अन्य देशों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे. उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन में रूस के खिलाफ युद्ध नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि नाटो और रूस के बीच सीधा टकराव तृतीय विश्व युद्ध है. इसे हमें रोकने का प्रयास करना चाहिए.

उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) 30 उत्तरी अमेरिकी और यूरोपीय देशों का एक समूह है. नाटो के अनुसार, इसका उद्देश्य राजनीतिक और सैन्य साधनों के माध्यम से अपने सदस्यों की स्वतंत्रता और सुरक्षा की गारंटी देना है.

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रूसी शराब, सी-फूड और डायमंड के आयात पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध

इससे पहलेअमेरिकी राष्ट्रपति ने रूसी शराब, सी-फूड और डायमंड सहित अन्य व्यापारिक रिश्तों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. शुक्रवार को व्हाइट हाउस के रूजवेल्ट रूम से जो बाइडेन ने कहा कि दुनिया पुतिन का सामना करने के लिए एक साथ आ रही है. 

रूस के साथ अमेरिका की व्यापार स्थिति को स्थायी माना जाता है, अब इसे खत्म करने के लिए वाशिंगटन में द्विदलीय दबाव बन रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वालोडिमिर जेलेंस्की ने वीकेंड में रूस के खिलाफ कार्रवाई के लिए यूएस और उसके सहयोगी देशों पर दबाव डाला था. इसके बाद बाइडेन ने रूसी तेल और गैस उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया था. अब बाइडेन ने रूस के खिलाफ व्यपार को लेकर नए प्रतिबंधों की घोषणा की है जिससे रूसी अर्थव्यवस्था पंगु हो सकती है.

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76 प्रतिशत गिरा रूबल

अमेरिका और अन्य देशों की ओर से प्रतिबंधों के बाद रूसी रूबल पिछले एक महीने में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76% डाउन हो गया है, जिससे पुतिन की यूक्रेन में लंबे समय तक युद्ध छेड़ने की क्षमता नष्ट हो सकती है. 

रूसी तेल, गैस और कोयले के आयात पर पहले के प्रतिबंधों ने देश से अमेरिकी आयात का लगभग 60% घट गया है. मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वैश्विक व्यापार के लिए आधार रेखा रहा है, जो यह सुनिश्चित करता है कि विश्व व्यापार संगठन के भीतर के देशों के साथ समान व्यवहार किया जाए. विश्व व्यापार संगठन में कुछ देशों को विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के रूप में उनकी स्थिति के कारण विशेष विशेषाधिकार प्राप्त हैं. अमेरिका से एमएफएन का दर्जा नहीं मिलने से रूस क्यूबा और उत्तर कोरिया के रैंक में शामिल हो जाएगा.

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इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस से तेल, गैस और कोयले के आयात पर रोक लगा दी है. इस प्रतिबंध में यूरेनियम शामिल नहीं है यानी न्यूक्लियर पावर प्लांट के लिए अमेरिका, रूस से यूरेनियम का आयात करता रहेगा.

 

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