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नफरत की जो दीवार रूस खड़ी कर रहा है उसे तोड़ दो, जर्मनी में बोले Zelensky

जर्मनी में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने जोर देकर कहा है कि देशों को रूस द्वारा बनाई जा रही नफरत की दीवार को हर कीमत पर तोड़ना पडे़गा. उन्होंने सभी से एकजुट होने की अपील कर दी है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 7:25 PM IST
  • जेलेंस्की बोले- रूस के खिलाफ एकजुट हों सब
  • जर्मनी से शिकायत- नहीं लगाए कड़े प्रतिबंध

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की इस समय पूरी दुनिया को रूस के खिलाफ एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं. उनकी इसी प्रयास के तहत उन्होंने जर्मनी की संसद को संबोधित किया. वहां से उन्होंने पूरी दुनिया को बड़ा संदेश दिया कि रूस द्वारा बनाई जा रही नफरत की दीवार को तोड़ना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि जो दीवार आप देख रहे हैं, ये कोई बर्लिन की दीवार नहीं है. ये तो यूरोप में बनाई जा रही एक ऐसी दीवार है जो लोगों को आजादी और बंधन के बीच में फंसा रही है. इस समय रूस पूरी कोशिश कर रहा है कि वो आजादी के खिलाफ एक नई दीवार खड़ी कर दे. जेलेंस्की ने रूस पर आरोप लगाया कि उसकी तरफ से इस सयम यूरोप को विभाजित करने वाली एक नफरत की दीवार तैयार की जा रही है जिसे हर कीमत पर तोड़ने की जरूरत है. उन्होंने अपनी ये मांग उठाते हुए जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के सामने भावुक अपील की.

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जेलेंस्की ने इस बात पर गुस्सा भी जाहिर किया कि जर्मनी अभी भी रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने से बच रहा है. उसे अपने देश की अर्थव्यवस्था की ज्यादा चिंता है. उसे डर लग रहा है कि रूस पर प्रतिबंध लगाने से जर्मनी को बड़ा आर्थिक नुकसान हो जाएगा. इस सब के अलावा जर्मनी की धरती से एक बार फिर जेलेंस्की ने यूक्रेन के लिए यूरोपीय संघ की सदस्यता का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने अपील की है कि इस गंभीर मुद्दे पर जर्मनी, यूक्रेन के साथ खड़ा हो जाए.

यूक्रेन के राष्ट्रपति का ये भाषण जर्मनी में सभी को काफी पसंद आया. उनके स्वागत में तो वहां मौजूद सभी सांसद खड़े हुए ही, भाषण के बीच में भी कई मौकों पर मेज को थपथपाकर अपना समर्थन जाहिर किया गया. इससे पहले ब्रिटेन की संसद में भी जेलेंस्की की तरफ से जोरदार भाषण दिया गया था. वहां भी उन्होंने पूरी दुनिया को रूस के खिलाफ एकजुट होने की अपील की थी.

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रूस-यूक्रेन युद्ध की बात करें तो ये अब 22वें दिन में दाखिल हो गया है. जमीन पर स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है. बातचीत से कोई रास्ता नहीं निकला है और कीव को लेकर आर-पार की जंग देखने को मिल रही है. रूस की तरफ से न्यूट्रल देश वाला प्रस्ताव जरूर रखा गया है, लेकिन यूक्रेन ने इसे मानने से साफ मना कर दिया है. इसी वजह से स्थिति सुधरने के बजाय और ज्यादा बिगड़ती जा रही है.

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