Advertisement

Ukraine: रूसी नौसेना को बड़ा झटका, सबसे बड़े लैंडिंग शिप के कमांडर को यूक्रेन ने मार गिराया

Russia-Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच 55 दिन से जंग जारी है. युद्ध में भले ही रूस ने यूक्रेन को बड़ा नुकसान पहुंचाया हो, लेकिन यूक्रेन ने महज 4 दिन के अंदर ही रूसी नौसेना को दूसरा बड़ा झटका दिया है.

जंग के 50वें दिन यूक्रेन ने रूसी युद्धपोत मोस्कवा को तबाह कर दिया था (फाइल फोटो) जंग के 50वें दिन यूक्रेन ने रूसी युद्धपोत मोस्कवा को तबाह कर दिया था (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 12:50 PM IST
  • 55 दिन से जारी है दोनों देशों के बीच जंग
  • जंग के 50वें दिन मोस्कवा को किया था तबाह

Russia-Ukraine War: यूक्रेन और रूस की जंग थमने के बजाय बढ़ती जा रही है. इस युद्ध में रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के कई शहरों में भयंकर तबाही मचाई है. कई बस्तियां सुनसान हो गई हैं और कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं. लेकिन यूक्रेन भी हार नहीं मान रहा है. यूक्रेन की सेना भी लगातार जवाब दे रही है. मसलन यूक्रेन ने चार दिन के अंदर रूसी नौसेना को दूसरा बड़ा झटका दिया है.

Advertisement

बता दें कि यूक्रेन ने अब रूस के तीसरे रैंक के कप्तान और रूसी नौसेना के लैंडिंग शिप सीज़र कुनिकोव के कमांडर अलेक्जेंडर चिर्वा को मार गिराया है. हालांकि एजेंसी के मुताबिक चिरवा की मौत की अज्ञात परिस्थितियों में हुई है. 

यूक्रेन ने कब तबाह किया था मोस्कवा क्रूज?

इससे पहले यूक्रेन ने युद्ध के 50वें दिन रूसी क्रूजर मोस्‍कवा को तबाह कर दिया था. रूस का ये युद्धपोत काला सागर से यूक्रेन की जमीन पर मिसाइलों की बारिश कर रहा था. यूक्रेन ने कहा था कि उसने नेप्चून मिसाइल का इस्तेमाल कर इस जंगी युद्धपोत को आग के शोले में बदल दिया. हालांकि रूस ने दावा किया था कि किलर मिसाइलों से लैस इस युद्धपोत के गोला-बारूद में आग लग गई थी. इस वजह से मोस्कवा में धमाका हुआ. 

क्या था यूक्रेन का दावा?

Advertisement

अब यूक्रेन की ओर से दावा किया जा रहा है कि उसकी सेना ने अब लैंडिंग शिप कमांडर को मार गिराया है. इससे पहले 24 मार्च को यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने दावा करते हुए कहा था कि सीज़र कुनिकोव को बर्दियांस्क शहर के पास यूक्रेनी सेना ने क्षतिग्रस्त कर दिया था.

जंग में क्या भूमिका थी मोस्कवा क्रूज की

बता दें कि 24 फरवरी से दोनों देशों के बीच जंग शुरू हुई थी. युद्ध के पहले दिन से ही रूसी मोस्कवा युद्धपोत सुर्खियों में था. मोस्कवा युद्धपोत ने ऐसा तांडव मचाया कि सभी 13 यूक्रेनी सैनिक मारे गए थे, जिनकी याद में राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक डाक टिकट भी जारी किया था. इस तरह युद्ध के पहले दिन जिस मोस्कवा युद्धपोत ने यूक्रेन के 13 सैनिकों को मारा, उसे युद्ध के 50वें दिन तबाह करके यूक्रेन ने अपना बदला ले लिया था.

यूक्रेन में सबसे ज्यादा कहां हालात खराब हैं

संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के चीफ ने हाल ही में  कहा था कि रूसी सैनिकों से घिरे यूक्रेन के मारियुपोल शहर में लोगों की भूख से मौत हो रही है. उन्होंने आशंका जताई थी कि आने वाले हफ्तों में रूस अपने हमले और तेज कर सकता है, जिससे यूक्रेन के कई दूसरे इलाकों में भी ऐसी स्थिति देखने मिल सकती है. 
 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement