
अमेरिका की कड़ी चेतावनी के बावजूद जिस रूस से भारत लगातार तेल खरीद रहा है, उसी रूस ने उज्बेकिस्तान में हो रही एससीओ मीटिंग में पाकिस्तान प्रेम दिखाकर भारत की चिंता बढ़ा दी हैं. दरअसल, भारत को अपना सबसे खास दोस्त बताने वाला रूस एससीओ समिट में पाकिस्तान से नजदीकी बढ़ाता हुआ नजर आ रहा है. समिट के दौरान दोनों देशों के प्रमुखों ने द्विपक्षीय बैठक भी की है.
दोनों की खास मुलाकात के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि साउथ ईस्ट एशिया में पाकिस्तान हमारा विश्वसनीय पार्टनर बन सकता है तो वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि रूस सुपरपावर है और हम उससे दोस्ती गहरी करना चाहते हैं.
पाकिस्तान के लिए क्या बोले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मिलकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मेरे पास आपके भाई नवाज शरीफ ( पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री) के साथ कई बैठकों की अच्छी यादें हैं. पुतिन ने कहा कि हमने कजाकिस्तान और रूस में हुई एससीओ मीटिंग में मुलाकात की थी.
पुतिन ने आगे कहा कि रूस पाकिस्तान को साउथ ईस्ट एशिया और एशिया में अपने प्राथमिक सहयोगी के नजरिए से देखता है. दोनों देशों के रिश्ते सकरात्मकता के साथ आगे बढ़ रहे हैं और हम इस बात से बहुत खुश हैं.
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने आगे कहा कि कई क्षेत्रों में दोनों देशों के रिश्ते सकरात्मकता के साथ बनते जा रहे हैं. इन सभी क्षेत्रों में सबसे खास रूस और पाकिस्तान के कारोबारी और आर्थिक संबंध हैं.
पुतिन ने आगे कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से दोनों देशों के व्यापार में थोड़ी कमी जरूर आई, लेकिन आगे जो मीटिंग कराची में होने जा रही है, वहां मैं आशा करता हूं कि दोनों देशों के प्रतिनिधि रूस और पाकिस्तान के बीच व्यापार की रफ्तार को ना फिर से ट्रैक पर लाने के लिए रास्ता ढूंढे बल्कि उसे बढ़ाने का भी सोचें.
पाकिस्तान से पुतिन ने किया वादा
राष्ट्रपति पुतिन ने आगे कहा कि कुछ चीजें ऐसी हैं, जिन पर हमें काम करने की जरूरत है. पुतिन ने कहा कि हम रेलवे ट्रांस्पोर्टेशन और ऊर्जा समेत कई क्षेत्रों में अच्छी संभावनाएं भी देख रहे हैं.
इसके बाद राष्ट्रपति पुतिन ने पाकिस्तान स्ट्रीम गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि इस प्रोजेक्ट का मकसद पाइपलाइन गैस को रूस से पाकिस्तान पहुंचाना है. पुतिन ने बताया कि कजाकिस्तान, रूस और उज्बेकिस्तान में कुछ जगहों पर तो काम भी पूरा हो गया.
पुतिन ने आगे कहा कि हमें अफगान मुद्दे को सुलझाने की जरूरत है. वहां की राजनीतिक स्थिरिता के साथ परेशानियां हैं. लेकिन मैं आशा करता हूं कि यह परेशानी भी अच्छे से सुलझ जाए, क्योंकि अफगानिस्तानियों से हमारे अच्छे संबंध है.
वहीं पाकिस्तान बाढ़ में हुई मौतों पर भी रूसी राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन ने शोक जताया. पुतिन ने कहा कि हम पाकिस्तान के लोगों की सहायता करना चाहते हैं. हमने पाकिस्तान में बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए जरूरत का सामान भी भेजा है.
रूस के लिए क्या बोले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि मेरे छात्र जीवन की कुछ यादें रूस के साथ जुड़ी हुई हैं. वो मेरी पहली इंटरनेशनल ट्रिप थी. शहबाज शरीफ ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें मॉस्को भेजा था.
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि पाकिस्तान का सोवियत यूनियन के साथ बार्टर कारोबार रहा है. कराची में पहला स्टील प्लांट सोवियत यूनियन ने ही बनाया था. शहबाज शरीफ ने बताया कि उनके दादा जुल्फिकार अली भुट्टो ने ही स्टील प्लांट की नींव भी रखी थी.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि रूस के साथ पाकिस्तान के अद्भुत संबंध रहे हैं. सबसे खास बात है कि ये संबंध खुद स्थापित हुए हैं, जिन्हें किसी भी तरह की सपोर्ट की जरूरत नहीं है.
शहबाज शरीफ ने पुतिन से आगे कहा कि पाकिस्तान पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ रूस से संबंध बनाना चाहता है, क्योंकि आप एक सुपर पावर हैं. शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि दोनों देशों ने साल 2016-2017 में एक प्रोटोकॉल पर सहमति जताई थी, जिसे जमीनी स्तर पर लाने की जरूरत थी. हालांकि, कुछ कारणों की वजह से ऐसा नहीं हो पाया, लेकिन मैं जानता हूं कि आपके देश में काफी संभावनाएं हैं, जिससे पाकिस्तान को जरूर फायदा पहुंचेगा.
शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि हमें अपने संबंधों को और ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ऊर्जा, कारोबार, निवेश समेत अन्य रणनीतिक मामलो के लिए हमें अपने और संबंध बनाने की जरूरत है. आखिर में शहबाज शरीफ ने राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि वे उन्हें भरोसा दिलाना चाहते हैं कि दोनों देशों के हितों के लिए वे मिलकर काम करेंगे.
रूस और भारत की दोस्ती रही है पुरानी
बदलते वैश्विक समीकरणों के बीच जहां भारत की अमेरिका से करीबी बढ़ी है, पाकिस्तान और रूस भी अपने संबंध मजबूत कर रहे हैं. हालांकि, भारत की विदेश नीति में अब भी रूस को लेकर जो भरोसा है, वो अमेरिका के साथ अब तक नहीं कायम हो पाया है. हाल ही में, बाइडेन प्रशासन ने पाकिस्तान को फाइटर जेट एफ-16 फ्लीट के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की तो भारत-अमेरिका की दोस्ती की विश्वसनीयता को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे.
SCO मीटिंग में शुक्रवार को पुतिन से मिलेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्बेकिस्तान में आयोजित हो रही शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए मीटिंग स्थल के लिए पहुंच गए हैं. शुक्रवार यानी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस की राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के साथ द्विपक्षीय मीटिंग होंगी.
गुरुवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एसएसओ मीटिंग के लिए उज्बेकिस्तान के समरकंद पहुंचे थे. जहां उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला अरिपोव, उनकी सरकार के कई मंत्रियों, समरकंद के गवर्नर ने पीएम मोदी का स्वागत किया था.