
रूस और यूक्रेन के बीच तनातनी और बढ़ गई है. यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को दावा किया है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के उत्तर-पूर्व में एक नागरिकों के काफिले पर गोलाबारी कर दी. इस हमले में 20 लोग की मौत हो गई है.
खार्कीव क्षेत्र के गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव ने कहा कि कुपियांसी जिले में काफिला को निशाना बनाया गया है. रूस ने उन लोगों पर हमला किया, जो गोलाबारी से बचने के लिए इलाके से भाग थे. हालांकि रूस ने इन आरोपों का अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है.
दरअसल पिछले दिनों पुतिन ने जनमत संग्रह के बाद यूक्रेन के 4 प्रमुख इलाकों लुहांस्क, जापोरिजिया, खेरासन और दोनेत्स्क पर कब्जा कर दिया है. उन्होंने खेरासन और जापोरिजिया को स्वतंत्रता घोषित कर दिया है. इसके बाद यूक्रेन ने हमले तेज कर दिए थे.
लाइमन में यूक्रेन ने 5,000 रूसी सैनिकों को घेरा: गवर्नर
दोनेत्स्क ओब्लास्ट के लाइमैन में यूक्रेन के सशस्त्र बलों द्वारा करीब 5000 रूसी सैनिकों को घेर लिया है. यह जानकारी लुहान्स्क ओब्लास्ट के गवर्नर सेरही हैदाई ने दी है.
उनके अनुसार, रूसी सैनिकों ने अपने कमांडरों से पूछा कि क्या वे पीछे हट सकते हैं लेकिन उनके इस अनुरोध को ठुकरा दिया गया. रूसी सैनिक शहर से बाहर नहीं निकल पाएंगे.
इसके अलावा यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने अपने सैनिकों का एक वीडियो जारी किया. इसमें वह दोनेत्स्क ओब्लास्ट के लाइमैन के प्रवेश द्वार पर अपने देश का झंडा फहरा रहे हैं.
यूक्रेन ने पुतिन के रिश्तेदारों पर लगाया प्रतिबंध
रूस के जनमत संग्रह के बाद यूक्रेन ने बदला लेना शुरू कर दिया है. उसने अब पुतिन के रिश्तेदारों, रूसी कुलीन वर्गों पर प्रतिबंध लगा दिया. राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद ने रूस से संबंधित 3,600 से अधिक व्यक्तियों और संस्थाओं पर नए प्रतिबंध लगाए हैं.
यूक्रेन की नई प्रतिबंधों की सूची में रूसी तानाशाह व्लादिमीर पुतिन के बच्चे, रूस के सैन्य कमान, अधिकारी, कलाकार और प्रचारक,साथ ही डोनबास और क्रीमिया में रह रहे मास्को के लोग शामिल हैं.
यूक्रेन को लेकर US लाया प्रस्ताव, रूस ने किया वीटो
यूक्रेन के इलाकों में जनमत संग्रह के विरोध में अमेरिका और अल्बानिया संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूस के खिलाफ एक प्रस्ताव लेकर आया था.
इस प्रस्ताव को 10 देशों का समर्थन मिला लेकिन भारत, चीन, ब्राजील और गैबॉन ने प्रस्ताव से दूरी बनाते हुए वोट ही नहीं किया. हालांकि, अंत में रूस ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया.
नाटो में शामिल होने के लिए यूक्रेन ने किया आवेदन
यूक्रेन के हिस्सों को रूस में अवैध तरीके से शामिल करने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा था कि उनका देश उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिए त्वरित आवेदन कर रहा है.
वहीं यूरोपीय संघ के 27 सदस्य राष्ट्रों ने कहा था कि वे रूस के अवैध जनमत संग्रह को कभी मान्यता नहीं देंगे. यह यूक्रेन की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन. नाटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोपीय क्षेत्र पर बलपूर्वक कब्जा करने का सबसे बड़ा प्रयास करार दिया.