
रूस के विदेशी खुफिया सेवा (एसवीआर) के प्रमुख ने अमेरिका और पोलैंड पर यूक्रेन में प्रभाव क्षेत्र हासिल करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. वहीं पोलैंड ने इस बात का खंडन करते हुए कहा कि कीव के लोगों में अविश्वास पैदा करने के लिए ऐसी बातें फैलाई जा रही हैं. एसवीआर ने कहा कि अमेरिका पोलैंड के साथ एक योजना पर चर्चा कर रहा था जिसके तहत पोलैंड की शांति व्यवस्था सेना पश्चिमी यूक्रेन के ऐसे हिस्सों में प्रवेश करना था, जहां उसका रूसी सेना के साथ टकराव की आशंका बेहद कम थी. रूस कई दिनों से संकेत दे रहा है कि यूक्रेन का बंटवारा करने से जंग खत्म हो सकती है.
सेना-राजनीतिक कंट्रोल करने की हो रही कोशिश
रूस की विदेशी खुफिया सेवा (एसवीआर) के प्रमुख सर्गेई नारिश्किन ने अप्रकाशित खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने दिखाया कि अमेरिका और पोलैंड, नाटो सहयोगी, पश्चिमी यूक्रेन के हिस्से पर पोलैंड की सेना और राजनीतिक नियंत्रण स्थापित कराने की योजना पर काम कर रहे हैं.
रूसी सांसद, पुतिन के करीबी ने भी किया दावा
एक वरिष्ठ रूसी सांसद, फेडरेशन काउंसिल की विदेश मामलों की समिति के उपाध्यक्ष, सीनेटर आंद्रेई क्लिमोव ने भी दावा किया है कि पोलैंड यूक्रेन के हिस्से पर नियंत्रण करने की योजना बना रहा था. हालांकि उन्होंने दावे के लिए कोई सबूत नहीं दिया.
वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे करीबी ने पिछले दिनों कहा था कि यूक्रेन अपने विभाग की ओर बढ़ रहा है क्योंकि उन्होंने रूस को कमजोर करने के लिए यूएस को कीव का उपयोग करने की अनुमति दे दी है.
पीएल-यूए सहयोग को कमजोर करने की कोशिश
पोलैंड ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि यह मास्को द्वारा फैलाया गया दुष्प्रचार है. पोलैंड के विशेष सेवा समन्वयक के प्रवक्ता स्टैनिस्लाव जरीन ने कहा कि पश्चिमी यूक्रेन पर हमला करने की पोलैंड की कथित योजनाओं के बारे में कई वर्षों से यही झूठ फैलाया जा रहा है. रूसी प्रचार का उद्देश्य पीएल-यूए सहयोग को कमजोर करने के लिए यूक्रेन और पोलैंड के बीच अविश्वास पैदा करना है.
यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर पहले थे पोलैंड का कब्जा
पोलैंड का अलग-अलग समय पर खासतौर पर दो विश्व युद्धों के दौरान कुछ ऐसे क्षेत्रों पर कब्जा रहा है, जो अब यूक्रेन का हिस्सा है.द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में पश्चिमी यूक्रेन, लवीव शहर सहित, सोवियत संघ में समाहित हो गए थे.