
खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सोमवार को एक वीडियो जारी किया था जिसमें उसने लोगों को 1-19 नवंबर के बीच एयर इंडिया में उड़ान न भरने की चेतावनी दी है. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. सोमवार शाम को उन्होंने कहा कि भारत सरकार को एयर इंडिया और उसके यात्रियों के खिलाफ किसी विशेष खतरे की जानकारी नहीं है.
पन्नू की नई धमकी भारतीय पैसेंजर फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की बढ़ती धमकियों के बाद आई है, जिनमें एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के फ्लाइट्स भी शामिल हैं. पिछले सप्ताह में 100 से अधिक ऐसी धमकियां दी गई हैं.
इन धमकियों के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्री ने कहा, 'मुझे आज किसी विशेष खतरे की जानकारी नहीं है... लेकिन हमने अतीत में हमारी एयरलाइनों, हमारी संसद, हमारे राजनयिकों, उच्चायोगों और हमारे नेताओं के लिए खतरे देखे हैं. और यह सब चिंता का विषय है...'
कनाडा पर विदेश मंत्री का निशाना
जयशंकर ने भले ही धमकी के सवाल को टाल दिया हो, लेकिन उन्होंने भारत-कनाडा तनाव के बीच कनाडा पर निशाना साधा. पिछले साल जून में वैंकूवर में एक अन्य खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत-कनाडा में विवाद चला आ रहा है. कनाडा का आरोप है कि कनाडाई नागरिक निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स शामिल थे.
विदेश मंत्री ने कनाडा पर निशाना साधते हुए लिखा, 'इस तरह की धमकियों में चतुराई शामिल है... कनाडाई सरकार इसे 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता' कहती है. लेकिन मेरा उनसे सवाल है - अगर आपको ये धमकियां मिलती हैं तो क्या आप इन्हें हल्के में लेंगे? अगर आपकी एयरलाइन, आपकी संसद, आपके राजनयिकों को धमकी दी जा रही है... तो यह बड़ी समस्या है.'
पिछले सप्ताह कनाडा की संघीय पुलिस ने दावा किया था कि कनाडा में शीर्ष भारतीय राजनयिक लॉरेंस बिश्नोई जैसे संगठित आपराधिक गिरोहों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और कनाडाई नागरिकों को निशाना बना रहे हैं.
भारत ने हमेशा की तरह कनाडा के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो वोट बैंक के लिए भारत पर इस तरह के आरोप लगा रहे हैं. साथ ही भारत ने खालिस्तानियों को राजनीतिक शरण देने के लिए ट्रूडो की आलोचना भी की.
चीन के साथ पेट्रोलिंग शुरू होने पर बोले विदेश मंत्री
भारत और चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line Of Actual Control) पर अपने सैनिकों को पीछे हटाने और फिर से पेट्रोलिंग शुरू करने के नए समझौते पर पहुंच गए हैं. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. इस समझौते पर विदेश मंत्री ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, 'विदेश सचिव ने जो कहा है, वही मैं भी कह सकता हूं, कि हम पेट्रोलिंग को लेकर एक समझौते पर पहुंच गए हैं और इसके साथ ही हम 2020 की स्थिति में वापस आ गए हैं. हम कह सकते हैं कि चीन के साथ जो बातचीत बंद चल रही थी, उसका दौर अब खत्म हो गया है...'
एस जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ समझौता बहुत ही धीरज के साथ किया गया सतत कूटनीति का नतीजा है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि अब हम 2020 की तरह की पेट्रोलिंह कर सकेंगे. यह एक अच्छी और सकारात्मक प्रगति है. और मैं कहूंगा कि यह बहुत धैर्य और बहुत दृढ़ कूटनीति का नतीजा है. हम सितंबर 2020 से बातचीत कर रहे हैं, जब मैंने उस समय मॉस्को में अपने समकक्ष वांग यी से मुलाकात की थी... मुझे लगता है कि इससे 2020 से पहले की तरह की सीमा पर शांति और सौहार्द कायम होगा.'