
अमेरिका के मिड टर्म चुनाव में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट पार्टियों के बीच कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई जारी है. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी बहुमत में है जबकि सीनेट को लेकर दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर चल रही है. इस बीच समोसा कॉकस चर्चा में बना हुआ है. इसमें अब तक पांच सदस्य शामिल हो गए हैं, जिनमें एमी बेरा, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल, राजा कृष्णमूर्ति और श्री थानेदार हैं. दिलचस्प बात यह है कि ये सभी डेमोकेट्स हैं, जो अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए हैं.
वहीं, भारतीय मूल की अरुणा मिलर मैरीलेंड की लेफ्टिनेंट गवर्नर चुनी गई हैं. 58 साल की अरुणा का जन्म हैदराबाद में हुआ था. जब वह सात साल की थी, उनका परिवार अमेरिका जाकर बस गया था.
क्या है समोसा कॉकस
अमेरिका में भारतीय मूल के अमेरिका नेताओं को अनौपचारिक तौर पर समोसा कॉकस (Samosa Caucus) कहा जाता है. इस कॉकस में डेमोक्रेट्स का बोलबाला है. भारतीय मूल के पांच उम्मीदवार जीतकर इस कॉकस में शामिल हो गए हैं.
एमी बेरा
डेमोक्रेट एमी बेरा ने एक बार फिर प्रतिनिधि सभा में जीत दर्ज की है. उन्होंने कैलिफोर्निया के डिस्ट्रिक्ट 6 के सैक्रामेंटो से चुनाव लड़ा था. उन्होंने रिपब्लिकन की टमिका हैमिल्टन को हराकर जीत दर्ज की है. वह 2013 से सीनेटर हैं.
प्रमिला जयपाल
प्रमिला जयपाल (57) वॉशिंगटन के 7वें कांग्रेशनल डिस्ट्रिक्ट से जीती हैं. उन्होंने पहली बार 2016 में वॉशिंगटन से जीत दर्ज की थी.वह सदन में पार्टी की सीनियर व्हिप भी रही. वह प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी की मुखर आलोचक रही हैं.
जयपाल का जन्म चेन्नई में हुआ था. लेकिन उनका लालन-पालन इंडोनिया और मलेशिया में हुआ. वह बाद में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए अमेरिका चली गईं. उनके पास एमबीए की डिग्री हैं और उन्होंने कई प्रतिष्ठित बैंकों में काम किया है.
खन्ना 2017 से अमेरिकी सांसद हैं. उन्हें चुनाव में कुल 70 फीसदी वोट मिले जबकि उन्हें प्रतिद्वंद्वी टंडन को 28,212 वोट ही मिले. प्रतिनिधिसभा में एकमात्र भारतीय-अमेरिकी महिला सांसद, चेन्नई में जन्मी प्रमिला जयपाल ने वाशिंगटन प्रांत के 7वें कांग्रेस जिले में अपने प्रतिद्वंद्वी क्लिफ मून को हराया. खन्ना, कृष्णमूर्ति और जयपाल लगातार चौथे कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ रहे थे.
रो खन्ना
भारतीय मूल के एक और अमेरिकी रो खन्ना ने कैलिफोर्निया के 17वें कांग्रेस जिले में जीत दर्ज की.उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के रितेश टंडन को हराकर प्रतिनिधि सभा में अपनी सीट कायम रखी.
रो दूसरी पीढ़ी के भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद हैं. उन्हें बर्नी सैंडर्स का करीबी माना जाता है. रो खन्ना के बारे में कहा जा रहा है 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में वह अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
राजा कृष्णमूर्ति
49 साल के राजा कृष्णमूर्ति लगातार चौथी बार इलिनॉयस के आठवें कांग्रेस जिले से चुने गए हैं. उन्होने रिपब्लिकन के क्रिस डार्गिस को हराकर प्रतिनिधि सभा में अपनी जगह बरकरार रखी. कृष्णमूर्ति को 1,12,884 वोट मिले. वह 2017 से इस सीट पर काबिज हैं. कृष्णमूर्ति ने बराक ओबामा के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार में बढ़-चढ़कर काम किया था.
कृष्णमूर्ति का जन्म नई दिल्ली में हुआ था. वह जब महज तीन महीने के थे, तब उन्हें परिजन अमेरिका शिफ्ट हो गए थे.
श्री थानेदार
मिलियनेयर श्री थानेदार (67) ने मिशिगन की डेट्रॉयट सीट से जीत दर्ज की. उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के विरोधी मार्टेल को मात देकर समोसा कॉकस में जगह बनाई है. उनका जन्म कर्नाटक में हुआ था. वह 1979 में अमेरिका आए थे और उन्होंने केमिस्ट्री में पीएचडी की पढ़ाई की और बाद में एमबीए भी किया.