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Hajj 2025: सऊदी अरब ने भारतीयों के लिए बदल दिए वीजा नियम, इन देशों पर भी होगा असर

सऊदी अरब ने हज को देखते हुए अपनी वीजा नीतियों में बदलाव किया है जिसका असर भारत समेत 14 देशों पर पड़ेगा. सऊदी अरब ने अनिश्चितकाल के लिए मल्टीपल वीजा एंट्री को निलंबित कर दिया है. यह बदलाव हज को देखते हुए किया गया है.

सऊदी अरब ने भारत समेत 14 देशों के लिए वीजा नियमों में बदलाव किया है (Photo- Reuters) सऊदी अरब ने भारत समेत 14 देशों के लिए वीजा नियमों में बदलाव किया है (Photo- Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:54 AM IST

सऊदी अरब ने अपने वीजा नियमों में बदलाव किया है जिसका असर भारत समेत 14 देशों पर पड़ने वाला है. बदले हुए वीजा नियम 1 फरवरी 2025 से लागू हो गए हैं जिसके तहत इन देशों से आने वाले यात्रियों को किंगडम में प्रवेश के लिए सिंगल एंट्री वीजा ही मिलेगा. सऊदी ने अपने वीजा नियमों में बदलाव इसलिए किया है ताकि लंबी अवधि का वीजा लेकर देश में आने वाले लोग अनाधिकृत रूप से हज यात्रा न कर सकें.

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जिन लोगों के पास सऊदी अरब का मल्टीपल एंट्री वीजा होता है वो हज के दौरान बिना हज परमिट के अनाधिकृत रूप से हज करते हैं जिससे पवित्र मक्का शहर में भीड़ बढ़ती है. इससे सऊदी अधिकारियों की सिरदर्दी बढ़ जाती है.

सिंगल एंट्री वीजा से कोई व्यक्ति किसी देश में एक बार ही एंट्री कर सकता है जबकि मल्टीपल एंट्री वीजा लॉन्ग टर्म वीजा होता है जो वीजाधारी को उस देश में कई बार आने-जाने की अनुमति देता है.

कौन से 14 देश होंगे प्रभावित

सऊदी अरब के वीजा नियमों में बदलाव से जो 14 देश प्रभावित होंगे, उनके नाम हैं- अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्र, इथोपिया, भारत, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सूडान, ट्यूनिशिया और यमन.

सऊदी अरब ने अपने वीजा नियमों के बदलाव के तहत इन देशों से पर्यटन, व्यापार और परिवार से मिलने आने वाले लोगों के लिए एक साल के मल्टीपल एंट्री वीजा को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया है.

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ये सभी 14 देश वो देश हैं जहां से सबसे अधिक लोग हज यात्रा या उमराह के लिए सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का और मदीना जाते हैं.

सऊदी की वीजा नीति के प्रमुख बदलाव-

बदले हुए नियमों के अनुसार, प्रभावित देशों से आने वाले पर्यटक केवल सिंगल एंट्री वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं. यह वीजा 30 दिनों के लिए वैध होगा और पर्यटक सऊदी में अधिकतम 30 दिनों तक ही रह सकते हैं. हालांकि, हज, उमराह, राजनयिक और रेसीडेंस वीजा इस बदलाव से प्रभावित नहीं होंगे.

सऊदी अधिकारियों का कहना है कि मल्टीपल वीजा एंट्री का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था. कुछ यात्री लॉन्ग टर्म वीजा पर देश में आ रहे थे और बाद में हज करने या सऊदी में काम करने के लिए अनाधिकृत अवधि तक रुक जा रहे थे.

हज में भीड़ को देखते हुए उठाना पड़ा कदम

सऊदी अरब हज में भीड़भाड़ पर नियंत्रण रखने के लिए सख्त कदम उठाती है. इसके लिए उसने हर देश के लिए हज कोटा निर्धारित कर रखा है. जिस देश को जितना कोटा मिलता है, उस देश से हर साल उतने ही मुसलमान हज के लिए मक्का जाते हैं.

हाल के सालों में हज के दौरान मक्का में भीड़ एक बड़ी समस्या बनी हुई है क्योंकि बहुत से लोग बिना हज परमिट के हज के लिए चले जाते हैं. पिछले साल हज के दौरान चिलचिलाती धूप और गर्मी से 1,200 से अधिक हाजियों की मौत हो गई. मरने वालों में सबसे अधिक अनाधिकृत हज यात्री थे जो परमिट न होने की वजह से सऊदी सरकार की तरफ से की गई हज तैयारियों का लाभ नहीं उठा पाए और गर्मी से मारे गए. 

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इतनी अधिक संख्या में हाजियों की मौत से सऊदी अरब की काफी आलोचना हुई जिसे देखते हुए किंगडम ने इस बार के हज में ऐसी किसी दुर्घटना को रोकने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. इसी क्रम में हज के दौरान अनाधिकृत हाजियों को रोकने के लिए मल्टीपल एंट्री वीजा को निलंबित किया गया है.

सऊदी सरकार को उम्मीद है कि वीजा नियमों में बदलाव से केवल अधिकृत तीर्थयात्री ही हज कर सकेंगे जिससे शहर में भीड़ कम होगी और सभी लोग गर्मी से बचने के लिए की गई व्यवस्था का लाभ उठा सकेंगे.

सऊदी अधिकारियों ने मल्टीपल-एंट्री वीजा के निलंबन को अस्थायी बताया है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह निलंबन कब तक जारी रहेगा.

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