
सऊदी अरब के जानेमाने पत्रकार जमाल खशोगी के लापता होने के पीछे जिस शख्स का हाथ होने का शक है, उसके रिश्ते वहां के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से हैं. यह खुलासा अमेरिका के मशहूर अखबार ‘दि न्यूयार्क टाइम्स’ ने अपनी रिपोर्ट में किया है.
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस मामले में तीन अन्य संदिग्ध भी प्रिंस मोहम्मद की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े हुए हैं, वहीं पांचवां एक फॉरेंसिक डॉक्टर है. ‘न्यूयार्क टाइम्स’ की इस रिपोर्ट से मिलती जुलती रिपोर्ट ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ में भी छपी हुई है.
सऊदी नागरिक खशोगी सलमान के बेटे शहजादा मोहम्मद की नीतियों के कटु आलोचक हैं. उनका विवाह होने वाला था और वह उसी से जुड़े कुछ कागजात लेने के लिए दो अक्टूबर को इंस्ताबुल में सऊदी वणिज्य दूतावास गए थे और इसके बाद से ही लापता हैं.
तुर्की के सरकारी सूत्रों का कहना है कि पुलिस के अनुसार 15 सऊदी अधिकारियों की एक विशेष टीम ने खशोगी की हत्या कर दी है और उन्हें इसी काम के लिए इस्तांबुल भेजा गया था. वहीं रियाद का कहना है कि पत्रकार वाणिज्य दूतावास से सुरक्षित निकला था.
द दाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उसने पता लगाया है कि उन 15 में से नौ अधिकारी सऊदी सुरक्षा सेवाओं, सेना अथवा सरकारी मंत्रालयों में काम करते थे.
रिपोर्ट में कहा गया कि एक संदिग्ध माहिर अब्दुल अजीज मुतरेब 2007 में लंदन में सऊदी दूतावास में राजदूत था. प्रिंस मोहम्मद की हालिया विदेश यात्राओं के दौरान वह उनके साथ था और दोनों की अनेक तस्वीरें भी सामने आई थीं.
समाचार पत्र ने कहा कि 3 अन्य संदिग्ध अब्दुल अजीज मोहम्मद अल हॉसावी, थार गालिब अल हराबी और मोहम्मद साद अलजाहरानी हैं. पांचवां संदिग्ध अटॉप्सी विशेषज्ञ सालेह अल तुबैगी है, रिपोर्ट में कहा गया कि पांचों के संबंध किसी न किसी प्रकार से शीर्ष नेतृत्व से हैं.