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चीन की राह पर सऊदी, मसूद को आतंकी घोषित कराने में डालेगा अड़ंगा?

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में वीटो शक्ति रखने वाला चीन अजहर को आतंकी घोषित करने के भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की कोशिशों को लगातार रोकता रहा है.

सऊदी अरब के शहजादे सलमान (रॉयटर्स) सऊदी अरब के शहजादे सलमान (रॉयटर्स)
aajtak.in
  • इस्लामाबाद,
  • 19 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 8:29 AM IST

सऊदी अरब और पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के ब्लैकलिस्ट किए जाने की प्रक्रिया को ‘राजनीतिकरण’ बताया और इसका घोर विरोध किया. दोनों देशों ने सुर में सुर तब मिलाया है जब भारत पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की कोशिश तेज कर रहा है.

भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनावों के बीच भारत दौरे से पहले सऊदी के शाहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है. दौरे के अंत में सलमान ने अपने संयुक्त बयान में यह बात कही. शाहजादे सलमान का चर्चित इस्लामाबाद दौरा जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सबसे भयानक आतंकी हमले के बाद हुआ है. पुलवामा जिले में बीते गुरुवार को को जैश के फिदायीन हमलावर ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दी थी. इस घटना में 40 जवान शहीद हो गए.

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शाहजादे 19-20 फरवरी को भारत के दौरे पर आएंगे. उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की. संयुक्त बयान में कहा गया, ‘उन्होंने (सलमान) संयुक्त राष्ट्र की ब्लैकलिस्ट करने की राजनीति को रोकने पर भी जोर दिया.’ उनका इशारा जैश के प्रमुख अजहर को दुनिया का आतंकी घोषित कराने के भारत की कोशिश की तरफ था. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में वीटो शक्ति रखने वाला चीन अजहर को आतंकी घोषित करने के भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की कोशिशों को लगातार रोकता रहा है.

सऊदी और पाकिस्तान के संयुक्त बयान में बताया गया कि शाहजादे सलमान ने भारत के साथ वार्ता और सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर गलियारा खोले जोन के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान की तारीफ की.

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