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कश्मीर पर चर्चा के लिए सऊदी बुलाएगा OIC की बैठक, भारत से बिगड़ सकते हैं रिश्ते

सऊदी अरब कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाएगा. हालांकि, ये बैठक कब होगी, इसके लिए तारीख की पुष्टि नहीं की गई है.

कश्मीर पर सउदी अरब बुलाएगा बैठक (Photo- Aajtak) कश्मीर पर सउदी अरब बुलाएगा बैठक (Photo- Aajtak)
गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 29 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 5:51 PM IST

  • पाक विदेश मंत्री से सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस की मुलाकात
  • कश्मीर पर ओआईसी की बैठक बुलाएगा सऊदी अरब

सऊदी अरब कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाएगा. हालांकि, ये बैठक कब होगी, इसके लिए तारीख की पुष्टि नहीं की गई है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल-सउद पाकिस्तान के दौरे पर आए थे, तब उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ बैठक में ये जानकारी दी.   

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पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, बैठक के दौरान तब कुरैशी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने, नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का मुद्दा उठाया था. कुरैशी ने कहा कि नए नागरिकता कानून और एनआरसी से भारत में अल्पसंख्यक वो भी विशेष रूप से मुसलमानों को प्रणालीगत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है. बयान के मुताबिक, दोनों विदेश मंत्रियों ने कश्मीर के मुद्दे पर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी)  की भूमिका पर भी चर्चा की.

मलेशिया में आयोजित इस्लामिक शिखर सम्मेलन में पाक नहीं था शामिल

वहीं, कुछ दिन पहले सामने आया था कि मलेशिया में भी एक इस्लामिक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें पाकिस्तान शामिल नहीं हुआ. सऊदी अरब के पाकिस्तान को मना किए जाने के बाद उसने इस सम्मेलन से खुद को अलग कर लिया था, इसलिए माना जा रहा है कि सऊदी का कश्मीर मुद्दे पर बैठक करने का फैसला इस्लामाबाद को अपनी तरफ रखने के लिए एक कदम है.

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बता दें कि कुछ दिनों पहले ही मुस्लिम देशों की अगुवाई को लेकर सऊदी अरब और मलेशिया-तुर्की-पाकिस्तान के बीच खींचतान देखने को मिली थी.

फिलहाल ओआईसी बैठक की तारीख तय नहीं की गई है. वहीं, सऊदी अरब की बैठक का आयोजन करने के लिए सहमत होना, रियाद और नई दिल्ली के रिश्ते में खटास के रूप से देखा जा रहा है, क्योंकि पिछले कुछ सालों में भारत और सऊदी अरब के बीच साझेदारी बढ़ी है.

वहीं, पाकिस्तान को अब तक कश्मीर मुद्दे पर किसी भी इस्लामिक देश का समर्थन नहीं मिल रहा था, लेकिन अब इस बैठक को एक समर्थन के रूप में देखा जा रहा है.

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