ये तस्वीर कुछ कहती है...मोदी-जिनपिंग साथ तो इमरान-पुतिन की कानाफूसी

प्रचंड जीत हासिल कर पहुंचे नरेंद्र मोदी को पूरी दुनिया ने गले लगाया, लेकिन पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को कई मुद्दों पर बैकफुट पर ही रहना पड़ा. फोटो सेशन के दौरान एक ओर जहां इमरान खान व्लादिमीर पुतिन के साथ गपशप करते दिखे तो वहीं मोदी और जिनपिंग साथ में ही दिख रहे थे.

Advertisement
SCO नेताओं की ग्रुप फोटो SCO नेताओं की ग्रुप फोटो

मोहित ग्रोवर

  • नई दिल्ली,
  • 14 जून 2019,
  • अपडेटेड 2:08 PM IST

ऐसा कहा जाता है कि जो बात कही नहीं जा सकती, उसे सिर्फ एक तस्वीर बयां कर देती है. एक ऐसी ही तस्वीर बिश्केक में चल रहे शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट से सामने आई है, जहां पर भारत की कूटनीति का असर दुनिया ने देखा. प्रचंड जीत हासिल कर पहुंचे नरेंद्र मोदी को पूरी दुनिया ने गले लगाया, लेकिन पाकिस्तान के इमरान खान को कई मुद्दों पर बैकफुट पर ही रहना पड़ा. फोटो सेशन के दौरान एक ओर जहां इमरान खान व्लादिमीर पुतिन के साथ गपशप करते दिखे तो वहीं मोदी और जिनपिंग साथ में ही दिख रहे थे.

Advertisement

SCO समिट के दूसरे दिन जब सभी सदस्य देशों के प्रमुख फोटो खिंचवाने के लिए साथ आए तो मंच का नजारा देखने लायक था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंक्ति की शुरुआत में खड़े थे, उनसे सिर्फ एक व्यक्ति दूर ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग खड़े थे. दोनों ने मंच पर जाने से पहले बात भी की और मुलाकात भी की. वहीं पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और पीएम नरेंद्र मोदी में करीब चार देशों की दूरी थी.

चार देशों की दूरी इसलिए क्योंकि पीएम मोदी और इमरान खान के बीच में किर्गिस्तान, चीन और रूस समेत कुल 4 देशों के प्रमुख भी खड़े थे. फोटो सेशन के दौरान इमरान खान, व्लादिमीर पुतिन के साथ बात करते नजर आए. जीत के जोश से लबरेज नरेंद्र मोदी ने SCO बैठक में आतंकवाद के मुद्दे को उठाया और नया एजेंडा हर किसी के सामने रखा.   

Advertisement

चीन-रूस से भारत ने की बात...

इस फोटो सेशन से पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता की थी. चीन हमेशा पाकिस्तान के हक में खड़ा होता है इसलिए भारत ने भी उसी के सामने आतंकवाद का मुद्दा उठा दिया. और समझाया कि अभी पाकिस्तान के साथ बात करने वाले हालात नहीं हैं. चीन को लेकर कूटनीति इसलिए भी अहम है क्योंकि अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर हैं जिन्हें चीन एक्सपर्ट माना जाता है.

बता दें कि कुछ समय पहले तक चीन हमेशा ही पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर के ग्लोबल आतंकी घोषित होने में अड़ंगा लगाता रहा है. लेकिन, मोदी सरकार की कूटनीति काम आई और चीन को पीछे हटना पड़ा. रूस भी कई बार पाकिस्तान के साथ जाता दिखा, चीन-पाकिस्तान की सेना ने कई बार साझा अभ्यास भी किया लेकिन मोदी और पुतिन की बॉन्डिंग ने एक बार फिर पुरानी दोस्ती को उजागर किया.

आतंकवाद के मुद्दे पर अलग-थलग पाकिस्तान...

पीएम मोदी ने सभी देशों के सामने आतंकवाद का मुद्दा उठाया. हर सदस्य को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने को कहा लेकिन जब पीएम आतंकवाद पर करारा हमला बोल रहे थे तब इमरान वहां पर ही बैठे सुन रहे थे. पूरी दुनिया इस बात को मानती है कि पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी भारत के खिलाफ करते हैं, ऐसे में उसी दुनिया के सामने पाकिस्तान स्पॉन्सर्ड आतंकवाद को पीएम मोदी ने लताड़ लगाई.

Advertisement

इमरान खान ने भी यहां पर कई देशों के प्रमुखों से द्विपक्षीय वार्ता की. वह चीन के राष्ट्रपति से भी मिले और CPEC प्रोजेक्ट को लेकर बात की. इमरान खान को इनके अलावा भी कई बार कुछ ऐसी बातों का सामना करना पड़ा, जिनपर उन्हें ट्रोल किया गया. जब SCO मीटिंग में नेता खड़े हो रहे थे, तो इमरान खान बैठे हुए थे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement