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'हम हॉस्टल में कैद थे, 4-5 मिनट चलती रहीं गोलियां...', इजरायल से राजस्थान लौटी आंचल चौधरी ने बताए वॉर जोन के हालात

Israel-Hamas War News: राजस्थान के सीकर की रहने वाली आंचल चौधरी महज कुछ घंटे पहले ही इजरायल से लौटी हैं. आंचल न्यूरो साइंस में Phd करने के लिए इजरायल गई थीं. लेकिन युद्ध के हालातों के बीच अब वह वापस आ चुकी हैं. आंचल ने वहां की हालातों की आंखों देखी बताई है, जिसे सुनकर हर कोई कांप जाए...

इजरायल से सकुशल लौटीं आंचल चौधरी. (फोटो:aajtak) इजरायल से सकुशल लौटीं आंचल चौधरी. (फोटो:aajtak)
सुशील कुमार जोशी
  • सीकर ,
  • 17 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 11:01 AM IST

इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध का आज ग्यारहवां दिन है. इजरायली आर्मी और हमास के बीच जंग जारी है. वहीं इजरायल में फंसे भारतीयों को निकालने का सिलसिला भी लगातार जारी है. राजस्थान के शेखावाटी स्थित लक्ष्मणगढ़ इलाके की रहने वाली आंचल चौधरी महज कुछ घंटे पहले ही इजरायल से लौटी हैं. आंचल न्यूरो साइंस में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Phd) करने के लिए इजरायल गई थीं. लेकिन युद्ध के हालातों के बीच अब वह वापस आ चुकी हैं. आंचल ने वहां की हालातों की आंखों देखी बताई है, जिसे सुनकर हर कोई कांप जाए.

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आंचल का कहना है कि वह जिस हॉस्टल में वह रहती थीं, उसके नजदीक ही फिलिस्तीन की सीमा है. हमास के आतंकी हॉस्टल के पास पहुंच चुके थे. हालांकि, आंचल और उसके साथ हॉस्टल में रहने वाले अन्य लोगों को पता चल चुका था कि आतंकियों की इजरायल की सेना के साथ मुठभेड़ शुरू हो चुकी है. सभी ने खुद को हॉस्टल में ही कैद कर लिया. करीब 4-5 मिनट तक सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चलती रही. हालांकि, गनीमत की बात यह रही कि वहां की सेना ने सभी आतंकियों को मार गिराया. भारतीय दूतावास से संपर्क करने के बाद अब आंचल सुरक्षित वापस लौटी हैं. 

आंचल ने इजरायल में मनाया था भारत का स्वतंत्रता दिवस. (फोटो:aajtak)

भारतीय दूतावास के अधिकारी कर रहे कॉन्टैक्ट

पीएचडी स्कॉलर आंचल ने बताया कि जिन इलाकों में ज्यादा खतरा है, वहां रहने वाले भारतीयों से भारतीय दूतावास के अधिकारी वॉट्सएप के जरिए कांटेक्ट कर रहे हैं. इतना ही नहीं, यदि इजरायल में कहीं मिसाइल अटैक होने वाला होता है, उसके पहले ही लोगों के पास अलर्ट आ जाता है. साथ ही जगह-जगह शेल्टर होम भी लगा दिए गए हैं. यदि कोई आम आदमी हमले के दौरान बाहर रह जाता है तो वह इन शेल्टर में जाकर भी शरण ले सकता है. लेकिन हम इतने कॉन्फिडेंट थे कि हमें इजरायल गवर्मेंट कुछ होने नहीं देगी. यही नहीं, इजरायली आर्मी वन ऑफ द बेस्ट आर्मी है. 

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तेल अवीव में आयोजित एक कार्यक्रम में आंचल चौधरी. (फोटो:aajtak)

बकौल आंचल चौधरी, हमें कुछ ही देर में इंडियन गवर्नमेंट के लिंक आए और हमने जब उनके फॉर्म फिल किए तो उसी टाइम उनका कन्फर्मेशन आ गया. इंडियन गवर्नमेंट ने अपने-अपने सिटीजंस को इजरायल से निकालने का बहुत क्विक एक्शन लिया है. भारत सरकार इजरायल में फंसे भारतीयों को निकालने 'ऑपरेशन अजय' चला रही है. देखें Video:-

 

आंचल की मम्मी विमला महरिया ने बताया, मेरी बेटी इजरायल के वेस्ट बैंक स्थित एरियल यूनिवर्सिटी में न्यूरोसाइंस की स्कॉलर है. वहां से रिसर्च कर रही है. 7 अक्टूबर शनिवार के दिन बहुत सुबह ही इजरायल पर हमले होने शुरू हो गए थे. बेटी ने मेरे को कॉल किया. सुबह लगभग 10:30 से 11:00 के बीच में मैं स्कूल में थी, तो उसने कहा कि मम्मी मेरी फ्रेंड के घर के आगे मिसाइल गिरा है. यह कोई बहुत बड़ा अटैक है. तो मैं एकदम से चिंतित हो गई. ऐसा तो होता रहता था कि इजरायल के आसपास के जो देश हैं, वह उसके दुश्मन हैं. वहां से छोटी मोटी जंग तो होती रहती थी, लेकिन इतने बड़े हमले की अचानक से किसी को उम्मीद नहीं थी, तो मुझे लगा कि अभी चार-पांच महीने पहले तुम गई हो और वहां जाते यह देखो लड़ाई शुरू हो गई तो मैं डर गई  एकदम से. दो चार पांच दिन का जो यह दौर था, बहुत ही पैनिक वाला था. बहुत परेशानी वाला था. हम टीवी के आगे बैठे रहे. टीवी चलता रहता है और हमें नींद आ जाती. मतलब 24 घंटे हमारा ध्यान ड्यूटी करके आते तो भी फोन में हम वही चीजें बार-बार देखते. फिर 13 तारीख को बेटी को भारत सरकार के ऑपरेशन अजय के द्वारा इजराइल से बहुत ही सम्मान और प्यार के साथ अपने देश लाई गई. इसके लिए मैं भारत सरकार का बहुत शुक्रिया अदा करती हूं. साथ ही इजरायल का शुक्रिया अदा करती हूं कि उन्होंने मेरी बेटी के दिल पर वह छाप छोड़ी है जिसको भूलना या जिस को किनारे कर देना मेरे लिए कभी भी आसान नहीं होगा. मैं इजरायल और भारत सरकार दोनों को बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूं. देखें Video:-

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