Advertisement

स्वभाव ऐसा कि दुनियाभर में छोड़ी छाप, सिंगापुर में इस भारतवंशी को किया गया सम्मानित

सिंगापुर में एक भारतवंशी को उनके बेहतरीन स्वभाव के लिए सम्मानित किया गया है. हरेश चंद्रन नाम का भारतीय नागरिक यहां चांगी एयरपोर्ट पर काम करता है, जिसने एक बुजुर्ग यात्री की मदद की थी. बुजुर्ग जर्मनी की फ्लाइट लेने जा रहे थे, जब गिर गए और इसके बाद चंद्रन ने उनकी अस्पताल से लेकर घर तक देखभाल की थी.

हरेश चंद्रन हरेश चंद्रन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:40 PM IST

सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट पर भारतीय मूल के एक नागरिक को उनके अच्छे स्वभाव के लिए सम्मानित किया गया है. वह एयरपोर्ट पर एक सिक्योरिटी एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम करता था, जब उसने एक 87 वर्षीय बुजुर्ग की मदद की. बुजुर्ग एयरपोर्ट पर गिर गए थे जिससे उनके कूल्हे की हड्डी में गंभीर चोट आ गई थी. वह चल नहीं सकते थे. जब भारतीय नागरिक को इस बारे में पता चला तो उन्होंने उनकी मदद की और इसी के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है.

Advertisement

हरेश चंद्रन नाम के भारतीय नागरिक को सोमवार को चांगी एयरपोर्ट पर एनुअल एयरपोर्ट सेलिब्रेशन में 2023 के लिए सर्विस पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. चंद्रन ने 22 दिसंबर 2022 को चांगी एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 पर गिरे एक बुजुर्ग की मदद की थी. भारतीय नागरिक ने बुजुर्ग के लिए मेडिकल एसिस्टेंस देने के अलावा उनके लिए घर तक की व्यवस्था की, दोबारा फ्लाइट बुकिंग में मदद की थी, और अस्पताल में रहने के दौरान बुजुर्ग की देखभाल भी करते थे.

ये भी पढ़ें: इमरान के लिए जेल में लेबर जॉब! सजा के बाद अब जेल में करना होगा काम, कैदी नंबर 804 को मिलीं दो वर्दी

हरेश चंद्रन ने अस्पताल से लेकर घर तक की मदद

बुजुर्ग अपनी पत्नी के साथ जर्मनी की फ्लाइट के लिए टर्मिनल 1 पर थे, जब हरेश चंद्रन को फोन कॉल आया और उन्हें बुजुर्ग के बारे में बताया गया. बुजुर्ग टर्मिनल 1 पर गिर गए और वह चल नहीं पा रहे थे. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. चंद्रन ने बुजुरग के लिए एयरपोर्ट के पास ही होटल की व्यवस्था की, एयरलाइन से बात की और उनकी फ्लाइट दोबारा बुक करने में मदद की और उनके दोबारा बुकिंग का चार्ज भी माफ करवा दिया था.

Advertisement

ये भी पढ़ें: संसद में पहले भाषण में अल्टीमेटम देने के बाद मुइज्जु ने भारत के खिलाफ किया ये ऐलान

ना दोस्त, ना परिवार, बस एक एयरलाइन यात्री की मदद की

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि चंद्रन नहीं चाहते थे कि बुजुर्ग जोड़े को समस्या का सामना करना पड़े. वह रोजाना उनसे मिलते थे और देखभाल करते थे. चंद्रन के बारे में स्थानीय मीडिया ने भी रिपोर्ट छापी है और बताया है कि बुजुर्ग चंद्रन के ना तो दोस्त थे और न ही परिवार का सदस्य, बल्कि एक एयरलाइन यात्री थे. एयरपोर्ट एनुअल सेलिब्रेशन के दौरान चंद्रन और चांगी एयरपोर्ट पर काम करने वाले 35 कर्मचारियों की उनके काम के लिए सराहना की गई.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement