
पिछले दिनों दक्षिण कोरिया (South Korea) में एक घातक विमान हादसा हुआ, जिसमें 179 लोगो मारे गए थे. लेकिन अभी तक यह नहीं पता चल सका कि जेजू एयर 2216 विमान में क्या गड़बड़ी हुई थी. हालांकि, एक्सपर्ट्स इस बात से उलझन में हैं कि हादसे के पीछे वजह क्या थी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंजन से पक्षी का टकराना ही हादसे की वजह नहीं हो सकती है.
मुआन स्थित हवाई ट्रैफिक कंट्रोल टावर ने कथित तौर पर हादसे से कुछ वक्त पहले पक्षी के टकराने की चेतावनी जारी की थी. दक्षिण कोरियाई परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि पायलट ने इमरजेंसी घोषित करने से पहले कंट्रोलर्स को बताया था कि विमान पर बर्ड स्ट्राइक हुई है.
'सिर्फ बर्ड स्ट्राइक से कैसे हो सकता है इतना बड़ा हादसा?'
पहले यह थियरी सामने आई थी कि पक्षी के टकराने से लैंडिंग गियर को चलाने वाले इंजन में खराबी आ गई, जिसके कारण घातक बेली लैंडिंग हुई.
The Guardian की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी में एयरोस्पेस डिजाइन की सीनियर लेक्चरर डॉ. सोन्या ब्राउन को संदेह है. वे कहती हैं, "बर्ड स्ट्राइक एक सर्वाइवल इवेंट होना चाहिए. इससे वह नहीं होना चाहिए, जो हमने देखा है. बर्ड स्ट्राइक इतना कॉमन है कि उन्हें आधुनिक विमानों के डिजाइन में शामिल किया गया है.
वे आगे कहती हैं कि बोइंग 737 और किसी भी कमर्शियल एयरलाइनर पर अतिरिक्त परतें होती हैं, खासकर लैंडिंग गियर के लिए, जो हाइड्रोलिक रूप से संचालित होता है. यह नामुमकिन है कि बर्ड स्ट्राइक से हाइड्रोलिक सिस्टम नष्ट हो जाएं.
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'पक्षी से पूरा सिस्टम फेल नहीं हो सकता...'
रिपोर्ट के मुताबिक, सेंट्रल क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डग ड्रूरी इस बात से सहमत हैं कि अकेले पक्षी के टकराना ही हादसे का एकमात्र कारण नहीं हो सकता.
अपने करियर के दौरान वाणिज्यिक, सैन्य और निजी चार्टर विमान उड़ा चुके अनुभवी पायलट ड्रूरी कहते हैं, "एक इंजन पर पक्षी के टकराने से सभी सिस्टम पूरी तरह से फेल नहीं हो जाते, आप एक इंजन पर विमान उड़ा सकते हैं."
ड्र्यूरी इस बात से हैरान हैं कि विमान रनवे पर कितनी तेजी से पहुंचा. वे आगे कहते हैं, "अगर आप बेली लैंडिंग करने जा रहे होते, तो आप इसे स्टॉल स्पीड पर धीमा कर देते. लेकिन यह चीज रनवे पर बहुत ज्यादा ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रही थी. विमान रनवे की सामान्य दिशा के विपरीत दिशा में उतरा, जिसका मतलब है कि यह पीछे की हवा के साथ उतरा होगा. विमान आमतौर पर ऐसी हवाओं के विपरीत उतरते हैं, जिससे उन्हें धीमा होने में मदद मिल सके.