
Sri Lanka Crisis: गोटाबाया राजपक्षे बिना राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिये श्रीलंका से भाग गये हैं. इसके बाद वहां हालात और खराब हो गये हैं. महंगाई और चीजों की कमी से परेशान प्रदर्शनकारी फिर सड़कों पर हैं. हालांकि, यह कहा जा रहा है कि गोटाबाया राजपक्षे श्रीलंका छोड़कर जिस देश में रहना चाहते हैं, वहां पहुंचकर आज रात 8 बजे करीब तक इस्तीफा दे देंगे, इसके बाद नई सरकार के गठन की तैयारी तेज होगी.
बता दें कि श्रीलंका में सर्वदलीय सरकार बन सकती है. इसका मतलब हुआ कि सभी पार्टियां मिलकर सरकार बनाएंगी और श्रीलंका को आर्थिक संकट के निकालने पर काम करेंगी. हालांकि, यह भी तय किया जाएगा कि पीएम और राष्ट्रपति की कुर्सी कौन संभालेगा.
फिलहाल सत्ता में SLPP (Sri Lanka Podujana Peramuna), UNP (United National Party) और EPDP (Eelam People Democratic Party) है. लेकिन जब सर्वदलीय सरकार बनेगी तो विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और स्पीकर जैसे अहम पदों पर अपने लोगों को आगे करने की कोशिश करेंगी.
श्रीलंका में अब क्या होगा?
श्रीलंका के कानून के मुताबिक, अगर कोई राष्ट्रपति अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले कुर्सी छोड़ता है तो संसद के किसी सदस्य को उस पद पर बैठाया जाता है. यह काम राष्ट्रपति के इस्तीफे के एक महीने के अंदर करना होता है.
राष्ट्रपति के रिजाइन देने के बाद तीन दिनों के अंदर संसद सत्र बुलाना होता है. फिर एक दिन तय होता है जब राष्ट्रपति पद के लिए नॉमिनेशन होगा. अगर नॉमिनेशन में सिर्फ एक नाम आता है तो उसे चुन लिया जाएगा. लेकिन अगर एक से ज्यादा लोग राष्ट्रपति बनने के इच्छुक हैं तो सीक्रेट बैलेट से वोटिंग कराई जाती है, फिर उस लिहाज से फैसला होता है.
नए राष्ट्रपति चुने जाने तक एक्टिंग प्रेसिडेंट कामकाज देखते हैं. एक्टिंग प्रेसिडेंट हमेशा प्रधानमंत्री को बनाया जाता है. अब गोटाबाया राजपक्षे के जाने के बाद रानिल विक्रमासिंघे एक्टिंग प्रेसिडेंट बना लिया गया है. दरअसल, श्रीलंका में कानून के हिसाब से राष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद पीएम को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाया जाता है. लेकिन जनता इस वक्त ऐसा नहीं चाहती.
आगे क्या हो सकता है इसपर विपक्ष के नेता पटाली चंपिका राणावाका ने भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो भी अभी नया राष्ट्रपति बनेगा वह अंतरिम राष्ट्रपति होगा. अभी चुनाव नहीं होंगे. यह संविधान के हिसाब से 2024 में ही होंगे.
पीएम-प्रेसिडेंट की रेस में कौन?
फिलहाल यह तय नहीं है कि गोटाबाया राजपक्षे इस्तीफा कब देंगे, और कब तक आगे की प्रक्रिया शुरू होगी. लेकिन सर्वदलीय सरकार को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टियों की मीटिंग हुई थी. इसमें Samagi Jana Balavegaya (SJB) और पूर्व राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की Sri Lanka Freedom Party (SLFP) शामिल है.
SJB ने कहा है कि वह अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में साजिथ प्रेमदासा (Sajith Premadasa) को सपोर्ट करेंगे. साजिथ प्रेमदासा ने सोमवार को खुद भी कहा था कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पद के स्तर पर देश का नेतृत्व करने को तैयार है, ताकि अर्थव्यवस्था को सुधारा जा सके.
वहीं मौजूदा सरकार की तरफ से मौजूदा स्पीकर अभयवर्धने को ही राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो विपक्षी पार्टियां नेता विपक्ष सजिद प्रेमदासा को पीएम बनाने की मांग उठाएंगी.
विपक्षी पार्टी Samagi Jana Balawegaya (SJB) के ही Patali Champika Ranawaka (पटाली चंपिका राणावाका) भी प्रदर्शन में एक्टिव भूमिका निभा रहे हैं. गोटाबाया के भागने पर उनका बयान भी आया है. वह बोले कि अगर गोटाबाया प्रक्रिया के हिसाब से इस्तीफा देकर जाते तो अगले हफ्ते तक तक नया राष्ट्रपति चुन लिया जाता.
जनता और विपक्षी पार्टियों के इस प्रदर्शन में कुछ और चेहरे भी हैं जिनपर नजरें हैं. जनता को सारथ फोन्सेका (sarath fonseka) का साथ भी मिल रहा है. वह सेना से रिटायर्ड फील्ड मार्शल हैं. पिछले दिनों जब खबरें आई कि कोलंबो में प्रदर्शन स्थल Galle Face पर सेना पहुंचने वाली है, तब उन्होंने इस खबर का खंडन करते हुए कहा था कि कोई सेना नहीं आने वाली है. प्रदर्शनकारी शांति और बिना हिंसा किये प्रदर्शन करते रहें.