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हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद न्यू कैलेडोनिया में फ्रांस ने लगाया आपातकाल

न्यू कैलेडोनिया ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट से सैकड़ों मील दूर स्थित है. यहां लंबे समय से फ्रांस समर्थकों और आजादी के पक्षधरों के बीच तनाव चल रहा है. फ्रांस सरकार की प्रवक्ता प्रिस्का थेवेनोट ने बताया कि द्वीप पर 12 दिनों के लिए आपातकाल लागू कर दिया गया है.

(फोटो- साभार अल जजीरा) (फोटो- साभार अल जजीरा)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 मई 2024,
  • अपडेटेड 6:13 AM IST

दक्षिण प्रशांत में स्थित फ्रांस के विदेशी भू भाग न्यू कैलेडोनिया में हिंसक प्रदर्शनों के बाद आपातकाल का ऐलान कर दिया गया है. बता दें कि यहां हिंसा के बाद अब तक एक पुलिस अधिकारी के अलावा तीन और लोगों की मौत हो चुकी है.

दरअसल, न्यू कैलेडोनिया ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट से सैकड़ों मील दूर स्थित है. यहां लंबे समय से फ्रांस समर्थकों और आजादी के पक्षधरों के बीच तनाव चल रहा है. फ्रांस सरकार की प्रवक्ता प्रिस्का थेवेनोट ने बताया कि द्वीप पर 12 दिनों के लिए आपातकाल लागू कर दिया गया है.

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आपातकाल के बाद अफसरों को ये अधिकार

एजेंसी के मुताबिक फ्रांसीसी कानून के अनुसार आपातकाल तब घोषित किया जाता है, जब सार्वजनिक व्यवस्थाओं को गंभीर किस्म का खतरा हो. इससे स्थानीय अधिकारियों को तमाम शक्तियां मिल जाती हैं. आपातकाल लागू होने के बाद अधिकारी चाहें तो उस शख्स को कहीं भी प्रवेश करने से रोक सकते हैं, जिससे उन्हें खतरे की आशंका हो.

हिंसा नहीं की जाएगी स्वीकार: मैक्रों

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के दफ्तर से जारी बयान में कहा गया है कि इस तरह की हिंसा स्वीकार करने योग्य नहीं है. आपातकाल के आदेश को वापस लेने से पहले यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वहां हालात सामान्य हो जाएं. 

फ्रांस का हिस्सा बनना चाहते हैं कुछ लोग

बता दें कि न्यू कैलेडोनिया में ताजा हिंसा तब शुरू हुई, जब फ्रांस की सांसद में मतदान के अधिकार का विस्तार करने के फैसले पर वोटिंग की तैयारी की जा रही थी. आलोचकों का कहना है कि इससे न्यू कैलेडोनिया की स्थानीय कनक आबादी हाशिए पर जा सकती है. एजेंसी के मुताबिक इलाके की करीब 3 लाख की आबादी लंबे समय से आजादी की मांग कर रही है. जबकि, यहां कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो फ्रांस का हिस्सा बनना चाहते हैं.

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