
पाकिस्तान में एक सुरक्षा चौकी पर आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन में विस्फोट कर दिया है. इस हमले में करीब 17 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है, जबकि कई घायल हो गए हैं. यह हमला खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में हुआ. पाकिस्तानी तालिबान से अलग हुए गुट हाफिज गुल बहादुर समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. हालांकि सरकार ने इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों ने पुष्टि की है कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं.
विस्फोटक लदे वाहन में ब्लास्ट
जानकारी के मुताबिक, उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में एक आत्मघाती हमलावर ने सुरक्षा चौकी पर विस्फोटक से लदे अपने वाहन को उड़ा दिया, जिसमें कम से कम 17 सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए, चार खुफिया और सुरक्षा अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. विस्फोट के बाद फायरिंग की भी खबर है, जिससे घायलों की संख्या और बढ़ गई है.
हाफिज गुल बहादुर गुट ने ली हमले की जिम्मेदारी
यह हमला, जो हाल के महीनों में सबसे घातक हमलों में से एक है, मंगलवार शाम को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बनू जिले में हुआ. पाकिस्तानी तालिबान के एक विभाजन समूह, जिसे हाफिज गुल बहादुर गुट के नाम से जाना जाता है, ने हमले की जिम्मेदारी ली है. सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है, लेकिन सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल हमले को अंजाम देने वालों के खिलाफ एक ऑपरेशन चला रहे हैं.
नवंबर 2022 से बढ़ी है हिंसा
पाकिस्तान में नवंबर 2022 से हिंसा में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है, जब पाकिस्तानी तालिबान ने इस्लामाबाद सरकार के साथ महीनों तक चले संघर्षविराम को समाप्त कर दिया था. पाकिस्तानी तालिबान, जिसे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के नाम से भी जाना जाता है, एक अलग समूह है, लेकिन ये अफगानिस्तान तालिबान के सहयोगी हैं, जिन्होंने 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता संभाली थी. अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा टीटीपी के लिए उत्साहवर्धक साबित हुआ, जिनके प्रमुख नेता और लड़ाके अफगानिस्तान में छिपे हुए हैं.
दिसंबर 2023 में, एक आत्मघाती हमलावर ने उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के डेरा इस्माइल खान जिले में एक पुलिस स्टेशन के मुख्य द्वार को निशाना बनाते हुए 23 सैनिकों की हत्या कर दी थी.