
पाकिस्तान जहां एक तरफ दुनियाभर में अफगानिस्तान की तालिबान सरकार का हिमायती बना फिर रहा है और उसे मान्यता दिलाने की कोशिश में लगा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ तालिबान और पाकिस्तानी सेना में ठनी हुई है. दोनों देशों के बीच सीमा विवाद का मुद्दा गरमाया हुआ है. एक बार फिर तालिबान ने पाकिस्तान की सेना द्वारा डूरंड रेखा पर लगाए गए बाड़े को तहस-नहस कर दिया है. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि तालिबान के सैनिक दक्षिणी अफगानिस्तान की सीमा पर लगे बाड़े को उखाड़ रहे हैं.
पाकिस्तान के इस कदम को तालिबान ने बताया गैर-कानूनी
पाकिस्तान द्वारा सीमा पर बाड़ लगाए जाने को तालिबान ने एकतरफा और गैर-कानूनी करार दिया है. तालिबान ने कहा है कि पाकिस्तान के पास सीमा पर बाड़ लगाने का कोई अधिकार नहीं है.
अफगानिस्तान में TOLO News टीवी के वरिष्ठ संवाददाता अब्दुलहक ओमेरी ने तालिबान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का एक वीडिया शेयर किया है जिसमें वो बाड़ा लगाने को लेकर पाकिस्तान को निशाना बना रहे हैं. प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को डूरंड रेखा पर बाड़ा लगाकर दोनों तरफ की ट्राइब्स को अलग करने का कोई अधिकार नहीं है.
अफगानिस्तान सरकार में उप-राष्ट्रपति रहे अमरुल्लाह सालेह ने बताई एक अलग कहानी
तालिबान द्वारा पाकिस्तान की तरफ से की गई बाड़ाबंदी को उखाड़ने के पीछे पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने एक अलग ही वजह बताई है. उनका मानना है कि ये पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का कारनामा है ताकि अफगानिस्तान के लोग तालिबान की सरकार को अपना सबसे बड़ा हितैषी समझें.
सालेह ने एक ट्वीट में लिखा, 'कुछ वीडियो में तालिबानियों द्वारा डूरंड लाइन पर पाकिस्तान की तरफ से की गई बाड़ाबंदी को हटाते हुए फिल्माया गया है. यह आईएसआई द्वारा तालिबानियों को राष्ट्रीय पहचान की भावना देने का एक प्रयास है. आईएसआई मुल्ला हैबतुल्लाह का काम स्वयं कर रही है, ऐसे में सीमा पर बाड़ाबंदी की जरूरत नहीं है.'
इमरान खान पर भड़के पाकिस्तानी
तालिबान द्वारा पाकिस्तान को बार-बार आंख दिखाने को लेकर पाकिस्तान के लोग इमरान खान पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को पाकिस्तान के लिए शर्मनाक करार दे रहे हैं और इमरान खान को सलाह दे रहे हैं कि वो तालिबान सरकार के बजाए पाकिस्तान पर अपना फोकस रखें.
जहांजैब खान नाम के एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, 'मिस्टर पीएम, आप अफगानिस्तान से कितना प्यार करते हैं... लेकिन डूरंड लाइन पर क्या हो रहा है इमरान खान?'
पाकिस्तान के पत्रकार मियां मुजीब-उर-रहमान ने ट्वीट किया, 'हम दुनिया के सामने अफगान तालिबान को लेकर आवाज उठा रहे हैं और वो पाकिस्तान की ही जमीन को नुकसान पहुंचा रहे हैं... शर्म की बात है. पाकिस्तान-अफगानिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा डूरंड रेखा पर ये हो क्या रहा है? मिस्टर इमरान खान, अभी भी वक्त है, तालिबान के बजाए पाकिस्तान पर फोकस करें.'
इससे पहले भी तालिबान ने उखाड़े थे पाकिस्तान द्वारा लगाए गए बाड़
तालिबान के लड़ाकों ने दिसंबर 2021 में भी पाकिस्तान की तरफ से लगाए गए बाड़ को उखाड़ फेंका था. डूरंड रेखा पर पाकिस्तान की सेना की तरफ से की जा रही बाड़ाबंदी को भी तालिबान ने रोक दिया था.
तालिबानी सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना के बाड़ लगाने वाले कंटीले तार भी जब्त कर लिए थे. तालिबान के एक अधिकारी ने पाकिस्तानी सैनिकों को दोबारा बाड़ न लगाने की भी चेतावनी दी थी. अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने इसे गैर-कानूनी करार दिया था.
पिछली सरकारों की तरह ही डूरंड रेखा को तालिबान ने नहीं दी है मान्यता
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच ब्रिटिश काल में डूरंड रेखा खींची गई थी. अफगानिस्तान ने इस रेखा को मानने से इनकार कर दिया था. अफगानिस्तान की पिछली सरकारों की तरह ही तालिबान भी इस रेखा को नहीं मानता है. इसी सीमा पर कुछ इलाकों में पाकिस्तान की तरफ से बाड़ लगाई गई है, जिसे तालिबान समय-समय पर उखाड़ फेंकता है.