
ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने यात्रा को लेकर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) और चीन की बीबीआईबीपी-कोरवी (BBIBP-CorV) को मान्यता प्रदान कर दी है. हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से कोवैक्सीन को अभी तक हरी झंडी नहीं मिली है. कंपनी ने अप्रैल में इमरजेंसी यूज लिस्टिंग के लिए आवेदन किया था. बता दें, ऑस्ट्रेलिया में कोविशील्ड को पहले ही अनुमति मिल चुकी है.
समाचार एजेंसी एएनआई में छपी एक खबर के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को बताया कि थैरेप्यूटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (TGA) ने कोवैक्सीन को मान्यता देने का फैसला किया है. इस नए फैसले के बाद कौवैक्सीन लगवाने वाले भारतीय यात्रियों को इंटरनेशनल उड़ान भरने में आसानी होगी. 12 साल या इससे ज्यादा उम्र के यात्रियों को ऑस्ट्रेलिया में आसानी से एंट्री मिल सकेगी. विभाग ने बताया कि TGA ने हाल ही में कोवैक्सीन के संबंध में अतिरिक्त जानकारी हासिल की थी.
वहीं, TGA ने चीन की फार्मा कंपनी सिनोफार्म की तरफ से तैयार की गई बीबीआईबीपी-कोरवी (BBIBP-CorV) को भी अनुमति मिल गई है. फिलहाल, सरकारी एजेंसी की मान्यता प्राप्त वैक्सीन की सूची में कॉर्मिनेटी (Pfizer), वैक्स्जैव्रिया (Astrazeneca), कोविशील्ड (Astrazeneca), स्पाइकवैक्स (Moderna), जैनसेन (Johnson And Johnson), कोरोनावैक (Sinovac) के नाम शामिल हैं.
WHO से भी कोवैक्सीन को मंजूरी मिलने की उम्मीद
बता दें, इससे पहले 26 अक्टूबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक मीटिंग हुई थी जिसमें कोवैक्सीन को मंजूरी दिए जाने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. अब 3 नवंबर को फिर से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मीटिंग होने वाली है. इस बैठक में भारत बायोटेक के टीके कोवैक्सीन को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. इसी साल 19 अप्रैल को ही भारत बायोटेक की ओर से वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के समक्ष आवेदन किया गया था. इस टीके को भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ मिलकर तैयार किया था.