
थाईलैंड के दक्षिण-पश्चिम तट से करीब 37 किलोमीटर दूर उनकी नौसेना का युद्धपोत एचटीएमएस सुखोथाई (HTMS Sukhothai) पेट्रोलिंग कर रहा था. इसी दौरान तेज तूफान आया. जिसकी वजह से वह डूब गया. इस युद्धपोत से 31 नौसैनिक लापता हैं, जिनकी खोज की जा रही है. खोज अभियान में रॉयल थाई नेवी के फ्रिगेट्स और हेलिकॉप्टर लगे हुए हैं. यह घटना रविवार यानी 18 दिसंबर 2022 की रात की है.
इन फ्रिगेट्स और हेलिकॉप्टर्स ने 75 लोगों को बचाया भी है. सोमवार दोपहर तक इन लापता 31 लोगों का पता नहीं चला था. यह बात थाई नौसेना के प्रवक्ता एडमिरल पोगक्रोन्ग मोन्ट्राडपालिन ने यह जानकारी दी. नौसेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इस खोज अभियान में रॉयल थाई नेवी के दो Sea Hawak हेलिकॉप्टर्स, नौसेना के दो फ्रिगेट्स और एक एंफिबियस शिप लगी हुई है.
रॉयल एयरफोर्स ने भी बयान जारी करके कहा कि वह भी इस सर्च एंड रेस्क्यू अभियान में जुटे हैं लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि उनके कितने विमान इसमें शामिल हैं. थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा ने कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वो इस घटना की करीब से जानकारी ले रहे हैं. इस हादसे में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
नौसेना ने कहा है कि खोज अभियान 20 मील गुणे 15 मील के दायरे में चलाया जा रहा है. उन स्थानों पर भी खोजबीन की जा रही है, जहां पर हाल ही में कुछ लोगों को बचाया गया था. नौसेना ने बताया कि युद्धपोत की हालत तब खराब हुई जब उसके इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम में तूफान के समय गड़बड़ी आ गई थी. इसकी वजह से युद्धपोत का ऑपरेटिंग सिस्टम बंद हो गया. उस पर से नियंत्रण खत्म हो गया.
जब बचावकर्मी युद्धपोत के पास पहुंचे, उस समय समुद्र में लहरें तीन मीटर ऊपर उठ रही थीं. युद्धपोत आधा डूब चुका था. कुछ रेस्क्यू बोट्स ऊंची लहरों की वजह से युद्धपोत तक नहीं पहुंच पा रही थीं. तब बचावकर्मियों ने लाइफ जैकेट पहनकर तीन किलोमीटर तैर कर उसके पास पहुंचे. फिर कुछ लोगों को हेलिकॉप्टर से लिफ्ट कराया. इस समय थाईलैंड के दक्षिणी इलाके में समुद्री तूफान आया है. जिससे कुछ इलाकों में समुद्री बाढ़ भी आई है.
एचटीएमएस सुखोथाई (HTMS Sukhothai) को 1987 में रॉयल थाई नेवी में शामिल किया गया था. इसे अमेरिका ने बनाया था. इसे तब ताकोमा बोटबिल्डिंग कंपनी ने बनाया था. अब यह कंपनी बंद हो चुकी है. इससे पहले फुकेट द्वीप के पास 2018 में एक चीनी टूरिस्ट बोट डूब गई थी. जिसमें कई पर्यटक मारे गए थे.