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अमेरिका की पहल से अगर आज हुआ युद्ध विराम तो ऐसा होगा यूक्रेन का मैप

वॉशिंगटन तीन साल से चल रहे युद्ध के व्यापक समाधान की दिशा में पहला कदम उठाते हुए 30 दिन के पूर्ण युद्ध विराम पर जोर दे रहा है. व्हाइट हाउस ने कहा कि काला सागर में समुद्री युद्ध विराम के साथ-साथ पूर्ण युद्ध विराम और स्थायी शांति समझौते पर बातचीत तुरंत शुरू होगी.

रूस-यूक्रेन के बीच कब होगा सीजफायर? रूस-यूक्रेन के बीच कब होगा सीजफायर?
शुभम तिवारी/बिदिशा साहा
  • नई दिल्ली,
  • 19 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 9:13 PM IST

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रमुख चुनावी वादों में से एक रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करना था और वह कुर्सी संभालने के बाद से इस दिशा में काम भी कर रहे हैं.  लेकिन अब तक काबयाबी हासिल नहीं हुई है. रूस ने ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के बीच एक कॉल के बाद यूक्रेन के एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमलों को 30 दिन के लिए रोकने का ऐलान किया है.

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सीजफायर के लिए पुतिन की शर्त

इस सीजफायर की सटीक रूपरेखा अभी भी साफ नहीं है. पुतिन के ऑफिस ने कहा कि उन्होंने समझौते का पालन करने के लिए तुरंत रूसी सेना को आदेश दिया है. लेकिन भू-राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि पुतिन का कुछ समय के लिए युद्ध विराम एक चाल हो सकती है, क्योंकि रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन में आगे बढ़ रही है.

व्यापक युद्ध विराम के लिए रूस की मांग है कि यूक्रेन चार आंशिक रूप से कब्जे वाले दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों- डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन के साथ-साथ क्रीमिया प्रायद्वीप के विलय को स्वीकार करे. अगर यूक्रेन के राष्ट्रपति पुतिन की शर्तों से सहमत होते हैं तो कीव आधिकारिक तौर पर अपने क्षेत्र का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा खो देगा, जिसमें 2014 से कब्जे वाले क्षेत्र भी शामिल हैं.

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रूस अब यूक्रेन के करीब 20 प्रतिशत क्षेत्र पर नियंत्रण रखता है, जिसमें डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन और क्रीमिया के क्षेत्र शामिल हैं. मैप रियल टाइम स्थिति को नहीं दर्शाता है. इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (ISW) के अनुसार, फरवरी 2022 के बाद से जब रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया, कीव ने मास्को के लिए लगभग 70,350 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र खो दिया है, जो इसके भूमि क्षेत्र के लगभग 12% के बराबर है.

पूर्ण युद्ध विराम के लिए राष्ट्रपति पुतिन की अन्य मांगें हैं कि यूक्रेन अस्थायी युद्ध विराम के दौरान सेना की भर्ती और प्रशिक्षण बंद कर दे. उन्होंने यूक्रेन के साथ सभी विदेशी सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने पर भी रोक लगाने का आह्वान किया है. उन्होंने भविष्य के शांति समझौतों से यूक्रेन या यूरोप को बाहर रखने पर भी जोर दिया है.

 

वॉशिंगटन तीन साल से चल रहे युद्ध के व्यापक समाधान की दिशा में पहला कदम उठाते हुए 30 दिन के पूर्ण युद्ध विराम पर जोर दे रहा है. व्हाइट हाउस ने कहा कि काला सागर में समुद्री युद्ध विराम के साथ-साथ अधिक पूर्ण युद्ध विराम और स्थायी शांति समझौते पर बातचीत तुरंत शुरू होगी. यह साफ नहीं है कि रविवार को सऊदी अरब के शहर जेद्दा में होने वाली वार्ता में यूक्रेन शामिल होगा या नहीं.

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एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमले

युद्ध शुरू होने के बाद से ही रूस और यूक्रेन दोनों ही ड्रोन और लंबी दूरी की मिसाइलों से एक-दूसरे के एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला कर रहे हैं. फरवरी 2022 से अब तक रूस ने यूक्रेनी ऊर्जा ढांचे पर लगभग 970 हमले किए हैं. अमेरिका स्थित ACLED द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक युद्ध के पहले वर्ष में सबसे अधिक हमले (428), 2023 में 195 और 2024 में 346 हुए हैं.

रूस को भी हुआ गंभीर नुकसान

रूसी ऊर्जा परियोजनाओं पर यूक्रेन के हमलों से हुए नुकसान का कोई पुख्ता आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन रॉयटर्स के डेटा से पता चलता है कि फरवरी के दौरान रूसी रिफाइनरियों के साथ-साथ तेल डिपो और औद्योगिक स्थलों पर यूक्रेनी ड्रोन हमलों से रूसी रिफाइनिंग क्षमता का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा नष्ट हो गया.

हाल ही में यूक्रेनी ड्रोन हमलों ने ड्रूज़बा पाइपलाइन के जरिए तेल प्रवाह को भी बाधित कर दिया है, जो अभी भी हंगरी, स्लोवाकिया और चेक गणराज्य के साथ-साथ उस्त-लुगा बंदरगाह में अपने प्रमुख तेल टर्मिनल के माध्यम से रूसी तेल भेजती है. रॉयटर्स के अनुसार, रूसी तेल निर्यात बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने से मॉस्को के अपनी ऊर्जा बिक्री से होने वाले राजस्व में कमी आ सकती है.

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संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) के अनुसार, फरवरी 2022 से जनवरी 2025 के बीच रूसी हमलों में लगभग 12,000 नागरिक मारे गए. 29,000 से ज़्यादा लोग घायल बताए गए और ये आंकड़े ज़्यादा होने की संभावना है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अनुसार, मरने वालों में 622 बच्चे भी शामिल हैं.

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