
अफगानिस्तान (Afghanistan) के न्यूज चैनल टोलो न्यूज (Tolo News) की एंकर बेहेश्ता अर्घांद (Beheshta Arghand) ने देश छोड़ दिया है. बेहेश्ता तालिबान के नेता का इंटरव्यू लेकर चर्चा में आई थीं. ये पहली बार था जब तालिबान (Taliban) का कोई नेता किसी महिला एंकर के सामने बैठकर उसके सवालों का जवाब दिया.
तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था. इसके दो दिन बाद 17 अगस्त को बेहेश्ता ने तालिबान के नेता मौलवी अब्दुलहक हेमाद का इंटरव्यू लिया था. कुछ दिनों बाद बेहेश्ता ने मलाला युसुफजई (Malala Yousafzai) का इंटरव्यू भी लिया था. किसी अफगान चैनल पर मलाला का ये पहला इंटरव्यू था.
NIMA WORAZ: #Kabul Situation Discussed [Pashto]
In this program, host Beheshta Arghand interviews Mawlawi Abdulhaq Hemad, a close member of the Taliban’s media team, about Kabul’s situation and house-to-house searches in the city. https://t.co/P11zbvxGQC pic.twitter.com/Pk95F54xGr
बेहेश्ता अपने करियर के पीक पर थीं. जब वो 9वीं क्लास में थीं, तभी उन्होंने एक जर्नलिस्ट बनने की ठान ली थी. लेकिन तालिबान के सत्ता में आने के बाद उन्होंने करियर को दांव पर लगाकर देश छोड़ दिया है. CNN से बात करते हुए बेहेश्ता ने कहा, 'मैंने देश छोड़ दिया है. क्योंकि लाखों लोगों की तरह मुझे भी तालिबान से डर लगता है.'
हालांकि, उन्होंने आगे कहा, 'तालिबान ने जैसा वादा किया है, अगर वैसा ही करता है. और हालात सुधरते हैं और मुझे लगता है कि मैं सेफ हूं और मुझे वहां कोई खतरा नहीं है, तो मैं अपने देश वापस चली जाऊंगी और अपने देश और लोगों के लिए काम करूंगी.'
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तालिबानी नेता के साथ हुए इंटरव्यू पर बेहेश्ता ने कहा कि वो बहुत कठिन था, लेकिन उसे उन्होंने अफगानी महिलाओं के लिए किया था. उन्होंने कहा कि उन्होंने तालिबानी नेता से कहा था कि 'हम अपने अधिकार चाहते हैं. हम काम करना चाहते हैं. हम चाहते हैं और हमें मिलना चाहिए. ये अधिकार है.' उन्होंने कहा, 'अगर हम अपने घर पर ही रहते हैं या ऑफिस नहीं जाते हैं तो वो कहेंगे कि महिलाएं काम करना ही नहीं चाहतीं.'
वहीं, टोलो न्यूज के मालिक साद मोहसेनी (Saad Mohseni) ने CNN से कहा, 'हमारे लगभग सभी रिपोर्टर और एंकर देश छोड़कर चले गए हैं. हम उनका रिप्लेसमेंट ढूंढने के लिए पागलों की तरह काम कर रहे हैं. हमारे सामने उन्हें देश से बाहर निकालने और अपना ऑपरेशन जारी रखने दोनों की चुनौती है.'
वहीं, जब से तालिबान का कब्जा हुआ है, तब से ही पत्रकारों और मीडियाकर्मियों पर दबाव बनाने की खबरें सामने आ रही हैं. ऐसी भी खबरें हैं कि तालिबान कई पत्रकारों को डरा-धमका रहा है.