
तोशाखाना मामले में पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान मुश्किलों में घिरे हुए हैं. शनिवार को वो अपने काफिले के साथ इस्लामाबाद कोर्ट में पेश होने के लिए पहुंचे. इस दौरान उनके समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. खान के समर्थकों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया. इसके बाद स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने कई राउंड फायरिंग की. उधर, जज ने न्यायिक परिसर के बाहर ही हाजिरी लगाकर इमरान को वापस जाने की इजाजत दे दी. साथ ही कोर्ट ने खान की गिरफ्तारी का वारंट रद्द कर दिया है.
टीवी चैनल लाइव फुटेज और हिंसक भीड़ की तस्वीरें दिखा रहे
उधर, भ्रष्टाचार मामले में इमरान खान के कोर्ट में पेश होने से पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने कोर्ट परिसर में लाइव कवरेज पर रोक लगा दी. शनिवार को जारी एक एडवाइजरी में पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पेमरा) ने कहा कि टीवी चैनल लाइव फुटेज और हिंसक भीड़ की तस्वीरें दिखा रहे हैं. इससे पुलिस और एजेंसियों पर हमले हो रहे हैं. लाइव टेलीकास्ट के चलते दहशत का माहौल पैदा हो रहा है. कानून व्यवस्था, सार्वजनिक संपत्ति और लोगों की सुरक्षा के लिहाज से ये फैसला लिया गया है.
रैली, सभा या जुलूस का लाइव या रिकॉर्डेड कवरेज नहीं होगा
पेमरा ने अपने आदेश में कहा है कि 18 मार्च को न्यायिक परिसर, इस्लामाबाद सहित किसी भी पार्टी, संगठन और व्यक्ति द्वारा रैली, सभा या जुलूस का लाइव या रिकॉर्डेड कवरेज नहीं होगा. आदेश का पालन नहीं करने पर लाइसेंस निलंबित कर दिया जाएगा.
इस मामले में इमरान खान आज इस्लामाबाद कोर्ट में पेश होने के लिए जा रहे थे, लेकिन उनके काफिले को कोर्ट जाने से पहले इस्लामाबाद टोल प्लाजा पर ही रोक दिया गया. इसके बाद जब इमरान इस्लामाबाद के लिए निकल आए तो लाहौर स्थित उनके घर पर पुलिस पहुंच गई.
इस दौरान पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई. इस्लामाबाद जाते हुए इमरान खान ने एक वीडियो भी जारी किया. इसमें खान कह रहे हैं, "मेरे इस्लामाबाद पहुंचने पर वे मुझे गिरफ्तार कर लेंगे. मेरी गिरफ्तारी 'लंदन प्लान' का हिस्सा है. मेरी गिरफ्तारी नवाज शरीफ के कहने पर हो रही है".
उन्होंने कहा, "मैं पहले भी इस्लामाबाद की अदालत में पेश होने जा रहा था. इमरान ने कहा, पंजाब पुलिस ने जमान पार्क में मेरे घर पर हमला किया, जहां बुशरा बेगम अकेली हैं. ये किस कानून के तहत कर रहे हैं? यह लंदन योजना का हिस्सा है, जहां भगोड़े नवाज शरीफ को एक नियुक्ति पर सहमत होने के एवज में सत्ता में लाने की प्रतिबद्धता जताई गई थी".
गौरतलब है कि इमरान खान पर इन दिनों तोशाखाना मामले में संकट के बादल छाए हुए हैं. खान पर तोहफों में धांधली का आरोप लगा है. साल 2018 में देश के पीएम के तौर पर उन्हें यूरोप और खासकर अरब देशों की यात्रा के दौरान बहुत से कीमती तोहफे मिले थे. कथित तौर पर बहुत से गिफ्ट्स को इमरान ने डिक्लेयर ही नहीं किया, जबकि कई तोहफों को असल के काफी कम कीमत पर खरीद लिया. इसके बाद अधिक कीमत पर बेच दिया.