
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर दुनियाभर की नजरें टिकी हैं. जहां एक तरफ रिपब्लिकन पार्टी से डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हैं तो वहीं उनकी पार्टी से ओहियो के सीनेटर जेडी वेंस उपराष्ट्रपति की रेस में हैं. इस बीच जेडी वेंस ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि लेबर पार्टी के चुनाव जीतने के बाद ब्रिटेन पहला वास्तविक इस्लामवादी देश बन सकता है, जिसे परमाणु हथियार मिलेगा.
दरअसल, पिछले हफ्ते यूके कंजर्वेटिव्स के लिए एक सम्मेलन में बोलते हुए वेंस ने कहा, "मैं हाल ही में अपने दोस्त से बात कर रहा था, और हम इस बारे में बात कर रहे थे कि दुनिया में सबसे बड़े खतरों में से एक निश्चित रूप से परमाणु प्रसार है, हालांकि निश्चित रूप से बाइडेन प्रशासन को इसकी परवाह नहीं है. हम बात कर रहे थे कि पहला सच्चा इस्लामवादी देश कौन सा है, जिसे परमाणु हथियार मिलेगा और हमने सोचा शायद ईरान, शायद पाकिस्तान तो नहीं. और फिर हमने आखिरकार फैसला किया कि शायद यह वास्तव में यूके (ब्रिटेन) है, क्योंकि वहां लेबर ने अभी-अभी सत्ता संभाली है."
ब्रिटेन के उप प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
ब्रिटेन की उप प्रधानमंत्री वैंस के कटाक्ष का जवाब देते हुए ब्रिटेन की उप प्रधानमंत्री एंजेला रेनर ने आईटीवी के गुड मॉर्निंग ब्रिटेन से कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने पहले भी बहुत सारी बेकार बातें कही हैं. वह लेबर सरकार के तहत ब्रिटेन के बारे में उनके द्वारा की गई टिप्पणी को नहीं मानतीं.
हत्या के प्रयास से बचने के एक दिन बाद रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में दिखाई दिए. उन्होंने 2022 के सीनेट अभियान में सफल रहे जेडी वेंस को अपना उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया.
ब्रिटेन के श्रम मंत्री ने जताई असहमति
उधर, जेडी वेंस की टिप्पणी पर ब्रिटेन की श्रम मंत्री जेम्स मरी ने जोर देकर कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन के संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं. उन्होंने स्काई न्यूज से कहा, "मुझे नहीं पता कि उनका क्या मतलब है. मैं वास्तव में उन टिप्पणियों को नहीं समझता. यह अमेरिका को तय करना है कि वे किसे चुनते हैं. वे अमेरिका में जिसे भी चुनते हैं, हमारे ब्रिटेन और अमेरिका के बीच एक मजबूत संबंध है जो हमारे लिए वास्तव में महत्वपूर्ण है. हालांकि, हम इससे असहमत हैं, खासकर उनके द्वारा की गई टिप्पणियों से. लेकिन ब्रिटेन और अमेरिका के बीच संबंध किसी भी व्यक्ति से ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं."
जेडी वेंस कौन हैं?
जेडी वेंस, जो ट्रंप के कट्टर आलोचक से लेकर कट्टर सहयोगी बन गए हैं, पहली बार 2022 में सार्वजनिक पद के लिए चुने गए. वेंस ने ट्रंप को पद के लिए खतरनाक और अनुपयुक्त बताया था. वेंस, जिनकी पत्नी, वकील उषा चिलुकुरी वेंस, भारतीय अमेरिकी हैं और उनके तीन बच्चों की मां हैं, ने भी ट्रंप की नस्लवादी बयानबाजी की आलोचना करते हुए कहा था कि वह अमेरिका के हिटलर हो सकते हैं. लेकिन जब 2021 में वेंस ट्रंप से मिले, तब तक उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप की उपलब्धियों का हवाला देते हुए अपनी राय बदल दी थी.
निर्वाचित होने के बाद, वेंस कैपिटल हिल पर ट्रंप के कट्टर सहयोगी बन गए. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार डेमोक्रेट्स ने उन्हें चरमपंथी कहा है, क्योंकि वेंस ने कई बार भड़काऊ रुख अपनाया है, लेकिन बाद में उसमें सुधार किया है.