
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन रिपोर्ट् का खंडन किया है जिनमें कहा जा रहा है कि अमेरिका 'ईरान के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए' इजरायल के साथ मिलकर काम कर रहा है. दावों को खारिज करते हुए ट्रंप ने कहा कि ऐसी अटकलें 'बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश की गई' हैं.
'मैं परमाणु शांति समझौते के प्राथमिकता दूंगा'
उन्होंने कहा, 'ऐसी रिपोर्ट्स जिनमें दावा किया जा रहा है कि अमेरिका ईरान के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए इजरायल के साथ मिलकर काम कर रहा है, बहुत बढ़-चढ़ाकर पेश की गई हैं. मैं एक वैरिफाइड न्यूक्लियर पीस एग्रीमेंट को प्राथमिकता दूंगा, जो ईरान को शांति से बढ़ने और समृद्ध होने में मदद करेगा.'
नेतन्याहू ने मंगलवार को व्हाइट हाउस का दौरा किया. 20 जनवरी को ट्रंप के राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद इजरायली पीएम नेतन्याहू उनके ऑफिस का दौरा करने वाले पहले विदेशी नेता बन गए है.
नेतन्याहू के अमेरिका दौरे ने खबरों को दी हवा
रिपब्लिकन नेता को अपने देश का अब तक का 'सबसे अच्छा दोस्त' बताते हुए, बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति की 'बॉक्स के बाहर सोचने की क्षमता' से इजरायल को गाजा में चल रहे युद्ध के बीच हमास को खत्म करने के अपने लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी. नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा ने इन खबरों को हवा दे दी कि यहूदी राष्ट्र ईरान के खतरे से छुटकारा पाने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहा है.
'ईरान आगे बढ़े लेकिन परमाणु हथियारों के बिना'
हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुद्दे पर अपना रुख दोहराते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि 'ईरान एक महान और सफल देश बने, लेकिन ऐसा देश जिसके पास परमाणु हथियार न हो'. उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि समझौते पर काम शुरू किया जाए और 'इस पर हस्ताक्षर होने और पूरा होने पर मिडिल ईस्ट में एक बड़ा जश्न मनाया जाए.'