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इस विमान में आएगा बुश का ताबूत, मिसाइल और परमाणु धमाके तक झेलने की क्षमता

अमेरिकी बोइंग-747 विमान एक विशाल और अमेरिकी राष्ट्रपतियों का पसंदीदा विमान है, जिसे जंबो जेट के नाम से जाना जाता है. इसमें हवा में ईंधन भरा जा सकता है. बुलेट प्रूफ खिड़कियों वाले इस विमान के कॉकपिट, कम्युनिकेशन रूम, राष्ट्रपति का दफ्तर, डाइनिंग रूम, अफसरों का कमरा है.

 बोईंग 747 विमान (तस्वीर - रॉयटर्स) बोईंग 747 विमान (तस्वीर - रॉयटर्स)
अजीत तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 02 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 12:33 PM IST

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि वह दिवंगत राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश का ताबूत वाशिंगटन लाने के लिए राष्ट्रपति का विशेष विमान भेज रहे हैं. बुश का अंतिम संस्कार यहीं होना है. ट्रंप ने कहा कि अर्जेंटिना में चल रहे जी20 सम्मेलन से उनकी वापसी के बाद विशेष श्रद्धांजलि के रूप में बोईंग 747 विमान ह्यूस्टन जाएगा और बुश का ताबूत लेकर वाशिंगटन लौटेगा.

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राष्ट्रपति ने कहा, 'एयर फोर्स वन मुझे और अन्य बहुत सारे लोगों को लेकर वाशिंगटन आएगा. फिर उसे (पूर्व) राष्ट्रपति बुश का ताबूत लेने के लिए ह्यूस्टन भेजा जाएगा.' बुश का शुक्रवार को 94 वर्ष की आयु में ह्यूस्टन में निधन हो गया. व्हाइट हाउस का कहना है कि वाशिंगटन के नेशनल कैथेड्रल में राजकीय सम्मान के साथ बुश का अंतिम संस्कार किया जाएगा. राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया वहां उपस्थित रहेंगे.

अमेरिकी बोइंग-747 विमान एक विशाल और अमेरिकी राष्ट्रपतियों का पसंदीदा विमान है, जिसे जंबो जेट के नाम से जाना जाता है. इसमें हवा में ईंधन भरा जा सकता है. बुलेट प्रूफ खिड़कियों वाले इस विमान के कॉकपिट, कम्युनिकेशन रूम, राष्ट्रपति का दफ्तर, डाइनिंग रूम, अफसरों का कमरा है. इस विमान में एक साथ 600 यात्री यात्रा कर सकते हैं.

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क्या है इसकी खासियतें...

> अमेरिकी बोइंग-747 विमान में न्यूक्लियर धमाके से सुरक्षा, एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम, दुश्मन के रडार को जाम करने की क्षमता, छुपा इंफ्रारेड गाइडेंस सिस्टम, वरिष्ठ अधिकारियों का मीटिंग कक्ष, राष्ट्रपति की सुरक्षा टीम, मेडिकल सुविधाएं राष्ट्रपति कक्ष, जिम और ड्रेसिंग रूम भी है.

> एयरफोर्स वन एक बार में पूरी दुनिया का चक्कर काट सकता है. इसके शीशों से लेकर पूरी बॉडी परमाणु धमाके से निकलने वाली शॉक वेब तक सह सकती है. इसके निचले मंजिल में मौजूद हथियारों का जखीरा और अमेरिकी जमीन पर मौजूद परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए रिमोट कंट्रोल रूम सबसे अहम ताकत है.

> आसमान में ही ईंधन लेने की क्षमता से लैस यह विमान हर तरह के सुरक्षा और संचार उपकरणों से लैस है. इसमें 3 लेवल पर 4000 वर्ग फीट का फ्लोर है. एक मेडिकल सूइट/ऑपरेटिंग रूम और दो गैले हैं जहां 100 लोग एक साथ जमा हो सकते हैं. जिसमें राष्ट्रपति का एक बड़ा ऑफिस और कॉन्फ्रेंस रूम भी शामिल है...

> इसमें किचन और डाइनिंग हॉल होता है, जिसमें 100 लोगों के 20 बार खाने का इंतज़ाम होता है. विमान के पिछले हिस्से में कमांडो और सीक्रेट सर्विस अफसरों के ठहरने की जगह होती है, जहां 85 फोन लाइन और 19 टीवी सैट मौजूद हैं.

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> 30 सितंबर 1968 को इस बोइंग 747 को हज़ारों लोगों की भीड़ के बीच दुनिया के सामने पेश किया गया था. जब बोइंग 747 को बनाया गया, तो उससे बड़ा कोई और विमान दुनिया में नहीं था.

> यह विमान 563 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है. इसमें उड़ान के दौरान ही ईंधन भरने की क्षमता है.

> भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बोइंग-747 जेट विमानों का इस्तेमाल करते हैं. इस पर एयर इंडिया वन लिखा रहता है. प्रधानमंत्री विदेश दौरे के लिए बोइंग-747 जेट विमानों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन देश के भीतर कहीं आने-जाने के लिए एयरफोर्स के स्पेशल विमान का इस्तेमाल करते हैं.

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