
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जर्मनी, फ्रांस, कनाडा और ब्रिटेन के नेताओं को निजी तौर पर फोन कर बात की. उन्होंने सब से पेरिस जलवायु समझौते को छोड़ने के अपने फैसले के बारे में विस्तार से चर्चा की.
इस बात की जानकारी व्हाइट हाउस ने दी. हालांकि अभी तक ये नही पता चल पाया है कि ट्रम्प ने जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैकरॉन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे से ये बातें फैसले की घोषणा से पहले की थी या बाद में.
स्रोत के मुताबिक राष्ट्रपति ने इन नेताओं को आश्वासन दिया कि अमेरिका ट्रांसअटलांटिक गठबंधन के प्रति प्रतिबद्ध रहेगा. साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को मजबूती देगा. फोन पर हुई इस बातचीत के दौरान ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका सबसे स्वच्छ और सर्वाधिक पर्यावरण हितैषी देश होगा.
अधिकारी ने कहा कि सभी नेता पर्यावरण पर सहयोग मजबूत करने और अन्य आगामी मुद्दों पर बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए. पिछले सप्ताह कुछ नेताओं ने सिसिली में जी-7 शिखर सम्मेलन की बैठक के दौरान ट्रम्प को यह समझाने की कोशिश की थी. उनसे कहा था कि वह 2015 के समझौते से नहीं हटें. खबरों में कहा गया कि जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल और ट्रम्प के बीच इस मुद्दे पर सबकुछ ठीक नहीं था.
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि ट्रम्प ने अपनी मध्यस्थता के दौरान यह जानना चाहा कि क्या इस मुद्दे का कोई साझा आधार है. अधिकारी के अनुसार इसमें कोई शक नहीं है कि पेरिस समझौते के तहत पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के जलवायु संकल्प में अमेरिकी प्रतिस्पर्धा को कम आंका गया था. उन्होंने कहा, यह अमेरिका के समूचे औद्योगिक उप-क्षेत्रों स्टील, सीमेंट, पेपर, केमिकल्स के लिये नाकामी लाने वाला होता.