
तुर्की के बड़े शहर इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू को हिरासत में ले लिया गया है. उनपर भ्रष्टाचार और टेरर फंडिंग के आरोप लगाए गए हैं. मुख्य विपक्षी दल ने इसे "हमारे अगले राष्ट्रपति के खिलाफ तख्तापलट" करार दिया है. पूरे देश में एर्दोगन के दो दशकों से भी ज्यादा लंबे शासन के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर तेज हो रही है, और इस बीच राजनीतिक गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू हो गया है.
तुर्की के लोकप्रिय और दो बार के मेयर इमामोग्लू, को अगले कुछ दिनों में उनके रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी (CHP) के आधिकारिक राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में घोषित किया जाना था. बीते दिनों सर्वे कराए गए जिसमें पता चला कि इमामोग्लू तुर्की के लोगों के लिए एर्दोगन से भी ज्यादा पसंदीदा नेता हैं.
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मेयर पर रिश्वत और टेंडर धांधली के आरोप
एर्दोगन के राइवल इमामोग्लू के खिलाफ तुर्की में दो अलग-अलग मामलों की जांच चल रही है, जिनमें अपराध संगठन का नेतृत्व करने, रिश्वत और टेंडर धांधली के आरोप शामिल हैं. इस बीच न्याय मंत्री यिलमाज तुन्क ने चेतावनी जारी की है कि अगर इमामोग्लू की गिरफ्तारी को एर्दोगन से जोड़ा या इसे "तख्तापलट" कहा जाता है और सड़कों पर प्रदर्शन किया जाता है, तो ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक हैंडरिटेन चिट्ठी में गिरफ्तार मेयर ने कहा कि तुर्क लोग उनके खिलाफ "झूठ, षड्यंत्र और जाल" का जवाब देंगे. इससे पहले, जब वे पुलिस स्टेशन के लिए घर से निकले, तो उन्होंने दबाव बनाए जाने के बाद भी हार न मानने का संकल्प लिया था.
'अगले राष्ट्रपति के खिलाफ तख्तापलट'
रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी के नेता ओजगुर ओजेल ने कहा कि उनकी पार्टी रविवार को इमामोग्लू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला करेगी, चाहे कुछ भी हो. उनका कहना है, "तुर्की हमारे अगले राष्ट्रपति के खिलाफ तख्तापलट का सामना कर रहा है. हम यहां तख्तापलट की कोशिश का सामना कर रहे हैं."
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तुर्की में 2028 में होगा राष्ट्रपति का चुनाव
तुर्की में अगला राष्ट्रपति चुनाव 2028 में होना है, लेकिन एर्दोगन पहले ही राष्ट्रपति के रूप में अपने दो बार के कार्यकाल की सीमा तक पहुंच चुके हैं. अगर वह फिर से चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो उन्हें या तो जल्दी चुनाव कराना होगा या संविधान बदलना होगा.
71 वर्षीय एर्दोगन ने पिछले साल हुए नगरपालिका चुनावों में देशभर में एक शर्मनाक चुनावी हार का सामना किया था, जब इमामोग्लू की पार्टी ने तुर्की के प्रमुख शहरों में जीत हासिल की थी. इस दौरान उनकी पार्टी ने एर्दोगन की सत्तारूढ़ एके पार्टी को उसके गढ़ों में मात दी थी. हालांकि, एर्दोगन शासन ने विपक्ष के आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि न्यायपालिका स्वतंत्र है.