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तुर्की में आज खत्म हो सकता है रेस्क्यू ऑपरेशन, 46 हजार से ज्यादा लोगों के मिल चुके हैं शव

तुर्की में भूकंप पीड़ितों के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन किसी भी समय बंद किया जा सकता है. दरअसल, इस घटना को अब 12 दिन बीत चुके हैं. इसलिए रेस्क्यू टीम को मलबे के नीचे जीवित बचे लोगों के मिलने की संभावना बेहद कम लग रही है. अब तक तुर्की और सीरिया में 46 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

तुर्की में भूकंप से तबाही (File Photo) तुर्की में भूकंप से तबाही (File Photo)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST

तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप को 12 दिन बीत चुके हैं. सीरिया और तुर्की में मिलाकर अब तक 46 हजार से ज्यादा लोगों की लाशें बरामद की जा चुकी हैं. पूरे देश में लाशों का ढेर लग गया है. इस बीच अब जानकारी सामने आ रही है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी अलग-अलग टीमें आज रात अभियान बंद कर सकती हैं. 

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दरअसल, 6 फरवरी को आए भूकंप का आज 13वां दिन है. जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ते जा रहे हैं, उसी तरह मलबे के नीचे दबे लोगों के जिंदा मिलने की उम्मीदें भी कम होती जा रही हैं. ज्यादातर मलबा हटाने पर रेस्क्यू टीम के सदस्यों को लाशों का अंबार ही नजर आ रहा है. हालांकि, मृतकों का आंकड़ा और ज्यादा बढ़ने की पूरी संभावना है. बताया जा रहा है कि भूकंप में तुर्की के 3 लाख से ज्यादा अपार्टमेंट तहस-नहस हो चुके हैं.

तुर्की के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी के प्रमुख यूनुस सेजर ने कहा है कि रविवार की रात को खोज और बचाव के प्रयास काफी हद तक खत्म हो जाएंगे. क्योंकि अब लोगों के जीवित मिलने की संभावना बेहद कम हो गई है. भूकंप से तुर्की में मरने वालों की संख्या 40,402 है, जबकि पड़ोसी सीरिया में 5,800 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

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तुर्की में भूकंप के बाद लोगों में स्वांस संबंधी कई बीमारियां भी सामने आ रही हैं. तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका ने कहा कि आंतों और ऊपरी श्वसन संक्रमण में वृद्धि हुई है, लेकिन मरीजों की संख्या फिलहाल गंभीर स्थिति तक नहीं पहुंची है. 18 फरवरी को किर्गिस्तान के बचावकर्मियों ने अंताक्या शहर में एक इमारत के मलबे से 5 लोगों के एक सीरियाई परिवार को बयाया था. इसमें एक बच्चे समेत 3 लोग जिंदा थे. हालांकि, 2 लोगों की डिहाइड्रेशन के कारण मौत हो गई थी.

बता दें कि तुर्की में भूकंप के झटके 6 फरवरी को महसूस किए गए थे. पहला झटका सुबह 4.17 बजे आया. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मैग्नीट्यूड थी. भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की का गाजियांटेप था. इससे पहले की लोग इससे संभल पाते कुछ देर बाद ही भूकंप का एक और झटका आया, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मैग्नीट्यूड थी. भूकंप के झटकों का यह दौर यहीं नहीं रुका. इसके बाद 6.5 तीव्रता का एक और झटका लगा.

भूकंप के इन झटकों ने मालाटया, सनलीउर्फा, ओस्मानिए और दियारबाकिर सहित 11 प्रांतों में तबाही मचा दी. शाम 4 बजे भूकंप का एक और यानी चौथा झटका आया. इस झटके ने ही सबसे ज्यादा तबाही मचाई. इसके ठीक डेढ़ घंटे बाद शाम 5.30 बजे भूकंप का 5वां झटका आया था.

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