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UAE ने 11 लोगों और ब्रिटेन के 8 संगठनों को किया ब्लैक लिस्ट, इस 'चरमपंथी संगठन' से संबंध का आरोप

यूएई ने 11 लोगों और 8 यूके बेस्ड संगठनों को मुस्लिम ब्रदरहुड से संबंध होने के आरोप में ब्लैक लिस्ट किया है, जिससे उन पर कानूनी और वित्तीय प्रतिबंध लागू होंगे. यह फैसला यूएई की आतंकवाद विरोधी नीतियों के तहत लिया गया है. हालांकि, मुस्लिम ब्रदरहुड संगठन को ब्रिटेन कोई आतंकी संगठन नहीं मानता, और ना ही ब्रिटेन में ये संगठन बैन हैं.

UAE ने 11 लोगों और 8 संगठन को किया बैन UAE ने 11 लोगों और 8 संगठन को किया बैन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:47 PM IST

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने 11 लोगों और 8 यूके-बेस्ड संगठनों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है. उन पर मुस्लिम ब्रदरहुड संगठन से संबंध होने का आरोप लगाया गया है. यूएई इस संगठन को आतंकवादी मानता है. यूएई कैबिनेट द्वारा ब्लैक लिस्ट किए जाने के बाद इन लोगों और संगठनों पर तुरंत कानूनी और वित्तीय प्रभाव पड़ेगा. यूएई की आतंकवाद विरोधी नीतियों के तहत, इन लोगों और संगठनों को ट्रैवल बैन, एसेट फ्रीज, और कड़े वित्तीय प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा.

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ब्लैक लिस्ट में डाले गए संगठनों में केंब्रिज एजुकेशन एंड ट्रेनिंग सेंटर लिमिटेड, आईएमए6आईएन लिमिटेड, वेम्बली ट्री लिमिटेड, वसला फॉर ऑल, फ्यूचर ग्रेजुएट्स लिमिटेड, यास फॉर इन्वेस्टमेंट एंड रियल एस्टेट, होल्डको यूके प्रॉपर्टीज लिमिटेड और नाफेल कैपिटल शामिल हैं.

कंपनियों के डायरेक्टर्स और एक्जीक्यूटिव्स अमीराती नागरिक

यूएई की ब्लैक लिस्ट में डाले गए यूके के संगठन रियल एस्टेट से लेकर शिक्षा और मीडिया तक में फैला हुआ है. कंपनियों के रिकार्ड्स से पता चलता है कि इन संगठनों के कई डायरेक्टर्स और टॉप एक्जीक्यूटिव्स अमीराती नागरिक हैं. ब्रिटेन में दशकों से "प्रतिबंधित संगठनों" की एक लिस्ट है, जिसमें रूसी ग्रुप वैगनर और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान शामिल हैं.

ब्रिटेन के पूर्व पीएम ने मुस्लिम ब्रदरहुड पर जताया था संदेह

मुस्लिम ब्रदरहुड के प्रभाव ने ब्रिटेन में नए सिरे से जांच को को जन्म दिया है. अगस्त में, पूर्व कंम्युनिटी सेक्रेटरी माइकल गोव ने मुस्लिम एसोसिएशन ऑफ ब्रिटेन (MAB) को आतंकवाद से प्रेरित कहा था, हालांकि MAB ने इस तरह के किसी भी संबंध से इनकार किया है. हालांकि, इससे पहले 2015 में ब्रिटेन के पूर्व पीएम डेविड कैमरून ने मुस्लिम ब्रदरहुड को के किसी भी संबंधों को "चरमपंथ के संभावित संकेत" के रूप में देखा था.

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लोगों और संगठनों को ब्लैक लिस्ट करने से क्या होगा?

यूएई में एक बार जब कोई ब्लैक लिस्ट में शामिल किया जाता है, तो उस समूह से जुड़ना या उसका समर्थन करना एक अपराध बन जाता है - जिसके लिए 14 साल तक की जेल की सजा हो सकती है. दर्जनों अन्य देशों में चरमपंथी समूहों का मुकाबला करने के लिए इसी तरह के ढांचे हैं. बता दें कि, मुस्लिम ब्रदरहुड को ब्रिटेन में प्रतिबंधित नहीं किया गया है या ब्रिटेन इसे कोई आतंकवादी संगठन भी नहीं मानता.

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