
मोदी सरकार ने फिर से देश की बागडोर संभाल ली है. राष्ट्रपति भवन में गुरुवार शाम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ ही 57 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली. एक ओर मोदी सरकार दिल्ली में शपथ ले रही थी, तो दूसरी तरफ अबू धाबी में जश्न मनाया जा रहा था.
संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के दौरान राजधानी अबू धाबी की आइकॉनिक एडनॉक ग्रुप का टॉवर भारत और अबु धाबी के झंडे में रंगा दिखा. दोनों देशों के झंडों के अलावा पीएम मोदी और यूएई के शेख मोहम्मद बिन जायद का पोट्रेट भी दिखाया गया.
यूएई में भारतीय राजदूत नवदीप सूरी ने कहा कि यह सच्ची दोस्ती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली, आइकॉनिक एडनॉक ग्रुप टावर भारत और यूएई के झंडों और हमारे पीएम और शेख मोहम्मद बिन जायद के पोट्रेट से रोशन हो गया. आने वाले समय में दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास का अभूतपूर्व दौर शुरू होगा.
मोदी समेत 58 मंत्रियों ने ली शपथ
गुरुवार शाम के 7 बजने के ठीक बाद सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और उसके बाद उनकी पूरी टीम ने एक एक करके पद और गोपनीयता की शपथ ली. मोदी को मिलाकर कुल 58 मंत्रियों ने देश और संविधान के नाम पर अपने कर्तव्य और दायित्व की शपथ ली.
21 नए चेहरों को मिली कैबिनेट में जगह
कुल 58 मंत्रियों में 21 चेहरे ऐसे हैं जो मोदी मंत्रिमंडल में पहली बार मंत्री बन रहे हैं. इस फेहरिस्त में सबसे बड़ा नाम है अमित शाह का. 36 ऐसे नाम हैं जो 2014 से 2019 के बीच मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके हैं. चार राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई.
20 राज्यों के सांसदों को मंत्रिमंडल में मौका
बिहार, यूपी और महाराष्ट्र के प्रदेश बीजेपी अध्यक्षों को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है. पूर्व नौकरशाहों पर मोदी ने भरोसा जताया है. 2 पूर्व IAS अधिकारी औऱ 2 पूर्व IFS अधिकारी को मोदी ने मंत्री बनाया. राज्यों की बात करें तो कुल 20 राज्यों के सांसदों को मोदी मंत्रिमंडल में मौका मिला है.