
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में ढाई दिन का सप्ताहांत शुरू हो गया है. लोगों को अब दो के बजाए ढाई दिन का वीकली ऑफ मिल रहा है. लेकिन लोग इससे खुश होने के बजाए नाराज दिख रहे हैं. लोगों का कहना है कि शुक्रवार को ऑफ मिलना ज्यादा सही था लेकिन अब शुक्रवार को आधे दिन काम करना पड़ रहा है. पहले यूएई में शुक्रवार और शनिवार को वीकेंड होता था लेकिन अब ये शुक्रवार के आधे दिन से शुरू होकर शनिवार और रविवार तक रहने लगा है.
यूएई में रहने वालों को शुक्रवार की छुट्टी की आदत है. इस दिन साप्ताहिक नमाज के लिए हमेशा से छुट्टी रहती आई है लेकिन अब शुक्रवार को आधे दिन की ही छुट्टी मिल रही है, इसलिए लोग नाखुश हैं.
हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में काम करने वाले और छह महीने से दुबई में रह रहे 22 वर्षीय ब्रिटान राचेल किंग ने कहा, 'मैं शुक्रवार को छुट्टी लेना पसंद करूंगा. हम हमेशा से यही जानते आए हैं कि शुक्रवार को छुट्टी होती है और हमें ये अच्छा लगता है. हम घूमने जाते हैं और बहुत सी चीजें करते हैं. लेकिन अब छुट्टी शनिवार को रही है.'
यूएई ने खाड़ी देशों, खासकर, सऊदी अरब से बढ़ते प्रतिस्पर्धा के बीच वेस्टर्न तरीके के वीकेंड को अपनाया है. सरकार ने पिछले साल दिसंबर में इसकी घोषणा की थी और कहा था कि ये फैसला लोगों की उत्पादकता को बढ़ाने और वर्क लाइफ बैलेंस को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
सरकारी कार्यालय और स्कूल अब साढ़े चार दिन ही काम कर रहे हैं. शुक्रवार को आधे दिन यानी 12 बजे तक ही काम का समय है और इसके बाद सप्ताहांत की शुरुआत हो रही है. शुक्रवार दोपहर की नमाज का समय पूरे देश में दोपहर 1.15 बजे के बाद कर दिया गया है.
मानव संसाधन कंसल्टेंसी, मर्सर (Mercer) ने एक सर्वेक्षण किया है जिसमें पता चला है कि 195 व्यवसायों में से केवल 23 प्रतिशत ही साढ़े चार दिन के सप्ताह का पालन करने की तैयारी कर रहे हैं. आधे से अधिक कंपनियां शनिवार-रविवार की छुट्टी के तहत काम कर रही हैं.
एक अंतरराष्ट्रीय वितरण कंपनी में काम करने वाली फाति ने अपना पूरा नाम नहीं बताने का आग्रह करते हुए बताया, 'सौभाग्य से, मेरे और मेरे बच्चों का वीक ऑफ एक ही है, लेकिन मेरे पति की इन दिनों में छुट्टी नहीं होती. वो एक मल्टीनेशनल कंपनी के लिए काम करते हैं जिसने फिलहाल अपना वीक ऑफ नहीं बदला है. मुझे उम्मीद है कि वे इसे जल्दी बदलेंगे अन्यथा हमारा पारिवारिक जीवन बर्बाद हो जाएगा.'
मर्सर के सर्वेक्षण में पता चला है कि लगभग एक तिहाई कंपनियां नए वीकेंड के कारण खाड़ी के अन्य देशों के साथ तालमेल बिठाने को लेकर चिंतित हैं. इन देशों में शुक्रवार को छुट्टी होती है.
एक इवेंट कंपनी के कर्मचारी राणा ने कहा कि उनकी कुछ टीमों को रविवार को भी काम करना होगा. उन्होंने बताया, 'हम मिस्र और सऊदी अरब के साथ बहुत काम करते हैं.'
यूएई के पहले वर्किंग शुक्रवार के दिन खचाखच भरा रहने वाला दुबई बिल्कुल शांत था. कोविड को देखते हुए लोग घर से काम कर रहे थे और बच्चों की क्लास भी ऑनलाइन चल रही है.
34 वर्षीय बैंकिंग कर्मचारी अहमद बिलबिसी ने कहा, 'पहले वर्किंग शुक्रवार को काम करना अजीब लग रहा है. शुक्रवार को काम करना कम से कम बैंकिंग उद्योग के लिए समझ में आता है. अब हम उसी दिन काम कर रहे हैं जैसे दुनिया में हर कोई करता है.'
सोशल मीडिया पर भी लोग शुक्रवार के दिन काम को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'ये बहुत गलत लग रहा है. मेरा शरीर और दिमाग शुक्रवार की छुट्टी के लिए पूरी तरह से अभ्यस्त हो गया है. मुझे लगता है कि शुक्रवार का दिन एक काफी लंबा और संघर्ष भरा रहने वाला है.'
केरिंगटन मेलिन नाम के एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, 'अब गुरुवार की रात से वीकेंड नहीं शुरू हो रहा? मुझे सच में लगता है कि शुक्रवार को छुट्टी होनी चाहिए.'
कुलसुम नाम के एक यूजर ने लिखा, 'यूएई के बारे में एक बात जो मुझे अच्छी लगती है, वो है शुक्रवार के दिन वीकेंड का होना. इसे बदल क्यों रहे हो?'
सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि रविवार की छुट्टी की उन्हें आदत नहीं है. ऐसे में ऑफिस न जाने के बाद भी उन्हें ये नहीं लग रहा कि वो छुट्टी पर हैं. हालांकि, तमाम लोग इस फैसले का समर्थन भी कर रहे हैं और कह रहे हैं कि बाकी देशों की तरह वीकेंड होने से उन्हें आसानी होगी.