Advertisement

ब्रिटेन में कोरोना के दो वेरिएंट के मामले बढ़ने पर बढ़ी टेंशन, एक्सपर्ट्स ने दी यह चेतावनी

ब्रिटेन में एक्सबीबी और बीक्यू.1 वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. हाल ही में बीक्यू.1 वेरिएंट के 700 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं. एक्सपर्ट्स ने इन दोनों ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर चेतावनी दी है कि इन नए वेरिएंट की वजह से नवंबर के अंत तक यूरोप और उत्तरी अमेरिका में कोरोना की नई लहर देखने को मिल सकती है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 10:53 PM IST

ब्रिटेन में कोरोना के दो वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ने से हड़कंप मच गया है. ये वेरिएंट एक्सबीबी (XBB) और बीक्यू.1 (BQ.1) हैं, जिससे प्रशासन हरकत में आ गया है. ब्रिटेन में बीक्यू.1 वेरिएंट के 700 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं जबकि एक्सबीबी के 18 मामले दर्ज हुए हैं.

द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक्सबीबी और बीक्यू.1 दोनों ही इतने ताकतवर वेरिएंट हैं कि वैक्सीन का इन पर कुछ खास असर दिखाई नहीं दे रहा. एक्सपर्ट्स ने इन दोनों ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर चेतावनी दी है कि इन नए वेरिएंट की वजह से नवंबर के अंत तक यूरोप और उत्तरी अमेरिका में कोरोना की नई लहर देखने को मिल सकती है.

Advertisement

ब्रिटेन के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा एजेंसी का कहना है कि इन नए वेरिएंट को लेकर स्टडी की जा रही है. यूनिवर्सिटी ऑफ बेसल की रिसर्च फैसिलिटी के मुताबिक, इन नए वेरिएंट के कई सब-वेरिएंट सामने आए हैं, जो तेजी से फैल सकते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिलहाल जो ट्रेंड देखने को मिल रहे हैं, वे दरअसल पूर्व में देखे गए ट्रेंड्स से बिल्कुल अलग है. 

यूनिवर्सिटी ऑफ बेसल के बायोजेंट्रम के कंप्यूटेशनल बायोलॉजिस्ट कॉर्नेलिस रोएमर का कहना है कि ओमिक्रॉन वह पहला वेरिएंट है, जिस पर वैक्सीनेशन का कुछ खास असर देखने को नहीं मिला था और इसी वजह से हमें कोरोना की एक बड़ी लहर देखने को मिली थी. लेकिन अब पहली बार एक ऐसा ट्रेंड देखने को मिल रहा है कि एक वेरिएंट से कई-कई वेरिएंट उभरकर सामने आ रहे हैं, जिन पर वैक्सीनेशन का कुछ खास असर नहीं होने वाला. इस तरह यह खतरे की घंटी है.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement