
यूक्रेन पर रूसी हमले का आज दसवां दिन है. कीव पर कब्जे के लिए रूस सेना के अटैक लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में लगातार जारी है. इस बीच यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन (No-fly zone) घोषित करने से इनकार करने पर राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) पर भड़क गए हैं. उनका कहना है कि पश्चिमी सैन्य गठबंधन ने ऐसा न करके अब रूसी हमलों को हरी झंडी दिखा दी है.
शुक्रवार को एक वीडियो में जेलेंस्की ने कहा, यह जानते हुए कि रूस नए हमले करेगा और उसमें लोगों की जान जाएगी, इसके बावजूद नाटो ने जानबूझकर यूक्रेन के ऊपर उड़ानों को बंद करने का फैसला नहीं लिया. NATO ने यूक्रेनी शहरों और गांवों पर और अधिक रूसी बमबारी के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है.
इससे पहले शुक्रवार को नाटो ने रूस की बमबारी को रोकने के लिए नो-फ्लाई ज़ोन लागू करने के लिए यूक्रेन की दलीलों को खारिज कर दिया. हालांकि, पश्चिमी देशों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपने युद्ध को नहीं रोकने पर नए प्रतिबंधों की चेतावनी भी दी है.
NATO प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि सैन्य गठबंधन यूक्रेन में ‘नो फ्लाई जोन’ को लागू नहीं कराएगा, क्योंकि इस तरह के कदम से परमाणु हथियारों से लैस रूस के साथ यूरोप में एक बड़ी जंग भड़क जाएगी. जिसमें कई और देश शामिल होंगे और बहुत अधिक मानवीय त्रासदी होगी.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी नाटो का पक्ष लिया और यूक्रेन पर नो-फ्लाई ज़ोन की मांग को खारिज कर दिया. ब्लिंकेन ने कहा कि नो-फ्लाई ज़ोन का मतलब नाटो विमानों को यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में रूसी विमानों को मार गिराने के लिए भेजना होगा. इससे यूरोप में एक एक भयानक युद्ध छिड़ सकता है.