
यूक्रेन में रूसी समर्थक अलगाववादियों की ओर से गोलीबारी की गई है. गोलीबारी में यूक्रेन के दो सैनिकों के मारे जाने की खबर है. यूक्रेनी सेना ने कहा कि शनिवार को पूर्वी यूक्रेन में रूसी समर्थक अलगाववादियों की ओर से की गई गोलाबारी में दो सैनिक मारे गए और चार घायल हो गए. रूस समर्थकों की इस कार्रवाई ने इस सप्ताह हिंसा की आशंकाओं को जन्म दे दिया है.
यूक्रेनी सेना ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि उसने पिछले 24 घंटों में 66 मामलों की तुलना में दिन की शुरुआत से अलगाववादियों की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन के 70 मामले दर्ज किए हैं. सेना ने कहा कि अलगाववादियों ने भारी तोपखाने का उपयोग करके अग्रिम पंक्ति के साथ 30 से अधिक बस्तियों पर गोलियां चलाईं, जो लंबे समय से चल रहे संघर्ष को ठंडा करने के उद्देश्य से किए गए समझौतों के खिलाफ है.
राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की पार्टी के एक प्रवक्ता ने शनिवार को एक अलग बयान में कहा कि संघर्ष वाले इलाकों का दौरा करने वाले सांसदों और विदेशी मीडिया के एक समूह पर हमला किया गया जिसके बाद उन्हें शेल्टर होम में ले जाना पड़ा.
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उधर, अलगाववादियों ने सोशल मीडिया साइट टेलीग्राम पर यूक्रेन पर अलगाववादी नियंत्रित क्षेत्रों में गोलाबारी करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें उसी के अनुसार जवाब देना होगा. इस सप्ताह सरकारी बलों और अलगाववादियों को विभाजित करने वाली लाइन के पार गोलाबारी की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है, जिसे यूक्रेनी सरकार ने उकसावा बताया है.
24 घंटे पहले भी पूर्वी यूक्रेन में हुआ था धमाका
बता दें कि शुक्रवार को भी पूर्वी यूक्रेन में एक गाड़ी के अंदर जोरदार धमाका हुआ था. ये घटना पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क शहर में हुई थी जहां पर रूस समर्थित अलगाववादियों ने कब्जा जमा रखा है. ये गाड़ी क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रमुख डेनिस सिनेंकोव की बताई गई है. इसके अलावा पूर्वी यूक्रेन में गैस पाइपलाइन के एक हिस्से में आग लग गई.
अमेरिका लगातार दावा कर रहा है कि रूस फॉल्स फ्लैग अभियान के तहत यूक्रेन पर धावा बोल सकता है. जानकारी के लिए बता दें कि फॉल्स फ्लैग अभियान का मतलब ये होता है कि कोई देश खुद ही अपने क्षेत्र पर हमला करे और फिर किसी दूसरे देश पर इसका आरोप लगा दे. फिर उस हमले के आधार पर जवाबी कार्रवाई कर दी जाए. जब से रूस और यूक्रेन के बीच तनातनी का माहौल शुरू हुआ है, पश्चिम के कई देश लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि रूस फॉल्स फ्लैग अभियान के तहत यूक्रेन पर हमला कर सकता है.