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तुर्की ने पकड़ी रूस की चोरी? पुतिन पर लग रहे ये आरोप

तुर्की में यूक्रेन के राजदूत का कहना है कि कस्टम्स अधिकारियों ने रूस का जहाज डिटेन किया है. इस जहाज में 7,000 टन गेहूं भरा हुआ था. रूस पर यूक्रेन का गेहूं चोरी कर बेचने का आरोप है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 11:08 PM IST
  • तुर्की में रूस का मालवाहक जहाज डिटेन
  • रूस पर यूक्रेन का गेहूं चोरी कर ले जाने का आरोप

रूस और यूक्रेन के बीच बीते कई महीनों से चल रहे युद्ध के बीच रूस पर यूक्रेन का अनाज चोरी कर बेचने के आरोप लगते रहे हैं. इन आरोपों के बीच तुर्की ने रूस का एक जहाज भी डिटेन किया जिसमें यूक्रेन का गेहूं भरा हुआ था.

रूस के जहाज जिबेक जोली (Zhibek Zholy) को पिछले हफ्ते तुर्की ने डिटेन किया. इसमें 7,000 टन गेहूं भरा हुआ था. यूक्रेन का आरोप है कि रूस उसका गेहूं चोरी कर ले जा रहा था.

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यूक्रेन सरकार में सलाहकार एंटन गेरास्चेनको ने टेलीग्राम पोस्ट में इस मामले पर चर्चा की. उन्होंने इस दौरान तुर्की में यूक्रेन के राजदूत का हवाला दिया. 

तुर्की में यूक्रेन के राजदूत वासिल बोडनार ने बताया कि रविवार को यह जहाज तुर्की के करासू बंदरगाह पर था.

तुर्की के करासू बंदरगाह पर खड़ा है जहाज

पॉलिटिको की रिपोर्ट के मुताबिक, जहाज ट्रैकिंग वेबसाइट मरीन ट्रैफिक के जरिये देखा जा सकता है कि रूस का यह जहाज काले सागर (Black Sea) में करासू बंदरगाह पर मौजूद था.

राजदूत का कहना है कि जहाज में यूक्रेन के बर्डांस्क बंदरगाह से अनाज लादा गया. यूक्रेन का यह क्षेत्र रूस के कब्जे में हैं. 

यूक्रेन और पश्चिम देश शुरुआत से ही रूस पर अनाज चोरी करने का आरोप लगाते रहे हैं. यूक्रेन और पश्चिमी देशों का कहना है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जानबूझकर यूक्रेन के खाद्य निर्यात को बाधित कर रहे हैं ताकि दुनिया को गेहूं से महरूम रखा जा सके.

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बता दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से गेहूं का निर्यात बड़े पैमाने पर रुका है, जिससे कई उत्तरी अफ्रीकी और मध्य पूर्व के देशों में अनाज की कमी हुई है. ये देश पूरी तरह से यूक्रेन के गेहूं पर ही निर्भर थे.

'गेहूं को हथियार बना रहे पुतिन'

ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने 23 जून को कहा था कि पुतिन भूख को हथियार बना रहे हैं. वह खाद्य सुरक्षा को युद्ध के निर्मम औजार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं.

वहीं, पुतिन ने इन आरोपों से इनकार किया है कि उनके जहाज यूक्रेन के गेहूं के निर्यात को रोक रहे हैं और यूक्रेन का गेहूं चोरी कर रूस के जहाजों में लादा जा रहा है.

यूक्रेन ने रूस पर उसके कब्जे वाले इलाकों के किसानों से अनाज चुराने का भी आरोप लगाया है. विश्लेषकों का कहना है कि रूस एक तय रणनीति के तहत खाद्य सप्लाई को हथियार बना रहा है. 

मई के शुरुआत में यू्क्रेन के उपकृषि मंत्री टैरस वयोस्तोस्की ने कहा था कि पुतिन की सेना ने यूक्रेन के चार कब्जे वाले इलाकों से लगभग 441,000 टन गेहूं का निर्यात किया.

वहीं, तुर्की ने पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद रूस पर किसी तरह के प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया. वह खुद को रूस, यूक्रेन के बीच शांतिदूत के रूप में पेश करना चाहता था. 

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